स्वास्थ्य सहायकों को लेकर चिकित्सा मंत्री का बड़ा बयान, कहा-कोरोना खत्म, नौकरी खत्म
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स्वास्थ्य सहायकों को लेकर चिकित्सा मंत्री का बड़ा बयान, कहा-कोरोना खत्म, नौकरी खत्म

कोविड हेल्थ सहायकों को लेकर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि कोविड के दौरान इनको लगाया था. अब कोविड खत्म तो पद भी खत्म. राजस्थान में कोविड सहायक का कोई पद नहीं है. 

फाइल फोटो

Dausa: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा आज दौसा कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को लेकर जिले में हो रहे कामों की समीक्षा की. राजस्थान सरकार की योजनाओं के तहत जिले में हो रहे कामों का फीडबैक लेने के बाद मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए हिदायत दी कि काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी. जनहित की योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाना हम सबका काम है. ऐसे में अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को सरकार की योजनाओं का लाभ मिले इसे सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है. जिले की बिजली, पानी और चिकित्सा व्यवस्था करो इसको लेकर मंत्री प्रसाद लाल मीणा ने दौसा कलेक्टर कमरुल जमाल चौधरी से भी फीडबैक लिया. वहीं, नरेगा के तहत चल रहे काम का जो को लेकर मंत्री ने नाराजगी जाहिर की. साथ ही नरेगा के अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने के सख्त निर्देश भी दिए.

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इस दौरान कोविड हेल्थ सहायकों को लेकर चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि कोविड के दौरान इनको लगाया था. अब कोविड खत्म तो पद भी खत्म. राजस्थान में कोविड सहायक का कोई पद नहीं है. 31 मार्च को इनका काम पूरा हो गया. अब इनको होम गार्ड की तरह समायोजित करेंगे. आपातकाल में इनको काम लिया जाएगा. वहीं, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने पीएमओ की हिदायत दी कि व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो सस्पेंड हो जाओगे. सरकार की योजनाओं का लाभ मरीजों को मिलना चाहिए.

दौसा जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर बैठक के दौरान कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा से शिकायत की और कहा कि आए दिन कोई न कोई जिला अस्पताल की शिकायत आती रहती है, लेकिन कहने के बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा. कलेक्टर कमर चौधरी ने कहा कि अस्पताल में दवाइयां मौजूद होने के बावजूद भी बाहर से दवाइयां लिखी जा रही है. निशुल्क जांच अस्पताल में होनी चाहिए. उन्हें भी बहार से करवाया जा रहा है और 12:00 बजे बाद जांच लैब बंद कर दी जाती है और 2:00 बजे बाद रिपोर्ट दी जाती है. जब तक चिकित्सक ड्यूटी ऑफ हो कर घर चले जाते हैं, जिसके चलते मरीज परेशान होते रहते हैं. वहीं, चिकित्सक आईपीडी और ओपीडी के भंवर में फंसे रहते हैं, जिसके चलते भी मरीज इधर-उधर भटकते रहते हैं.

कलेक्टर कमर चौधरी द्वारा चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा को दौसा जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं से अवगत करवाने के बाद बैठक के दौरान ही मंत्री परसादी लाल मीणा ने जिला अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर शिवराम मीणा को जमकर फटकार लगाई और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. साथ ही हिदायत भी दी अगर फिर से उनके पास जिला अस्पताल को लेकर कोई शिकायत आई तो सस्पेंड करने की बात भी कही. चिकित्सा मंत्री ने कहा तुम्हें पीएमओ यहां इसलिए लगाया है कि अस्पताल की व्यवस्थाएं दुरुस्त हो किसी प्रकार की अव्यवस्था जिला अस्पताल में नहीं रहनी चाहिए. जब सरकार निशुल्क दवाइयां दे रही है सभी जांचे फ्री कर रही है फिर मरीज को परेशान नहीं होना चाहिए. चिकित्सा सेवाएं और व्यवस्थाओं को लेकर सरकार पर्याप्त बजट भी मुहैया करवा रही है.

वहीं, दौसा जिला अस्पताल की निशुल्क दवा वितरण व्यवस्था और जांच व्यवस्था को लेकर मंत्री परसादी लाल मीणा ने सीएमएचओ डॉ सुभाष बिलोनिया और डिप्टी सीएमएचओ डॉ दीपक शर्मा को भी निर्देशित किया. साथ ही कहा कि जिला अस्पताल की ही नहीं पूरे जिले की चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए और इसके लिए प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए. कहीं भी किसी भी चीज की जरूरत हो तो मुझे बताएं तत्काल प्रभाव से पूरी की जाएगी, लेकिन चिकित्सा सेवाओं को लेकर कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए और ना ही मरीज परेशान होने चाहिए.

Report: Laxmi Avatar Sharma

 

 

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