डूंगरपुर:  जिले के मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया की बिछीवाड़ा एसडीएम के निर्देश पर डूंगरपुर में झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की गई. बिछीवाड़ा ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. नितेश डिंडोर, टीम प्रभारी डॉ. अभिषेक बागड़िया पुलिस टीम के साथ बिछीवाड़ा में झोलाछापों के क्लीनिक पर दबिश दी. झोलाछाप त्रिलोक सिंह नेगी एक किराए की दुकान में 5 बेड लगाकर मरीजों का इलाज करते हुए मिला. खुद को डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज करने वाले फर्जी डॉक्टर के पास न तो दवाखाने का रजिस्ट्रेशन मिला और न ही उसका कोई आईडी कार्ड था. नीम हकीम ने खुद को देहरादून का रहने वाला बताया.


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 दवाखाने में भारी मात्रा में एलोपैथी दवाइयां भी भरी हुई मिली, जिसमे कई प्रतिबंधित दवाइयां भी मिली हैं. ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. नितेश डिंडोर ने बताया की फर्जी नीम हकीम ने पूछताछ में बताया की 10 सालों से क्लीनिक लगाकर प्रेक्टिस कर रहा है. डॉक्टर बनकर मरीजों की जान ले साथ खेल रहा है. डॉ नितेश डिंडोर ने बताया की ड्रग इंस्पेक्टर को बुलाकर दवाखाने से मिली दवाइयों की जांच करवाई जा रही है. मामले में रिपोर्ट दर्ज करवाकर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. सीएमएचओ डॉ. राजेश शर्मा ने बताया की झोलाछाप नीम हकीम के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी.


Report- Akhilesh Sharma