सभा में किसानों ने कहा कि 1 मई से भाखड़ा में 1200 क्यूसेक पानी देने का शेयर भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ने तय किया था मगर बाद में पंजाब ने प्रदूषित पानी पाकिस्तान छोड़ने का कहकर अभी तक पानी नहीं दिया है, जिससे किसान नरमा-कपास की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं.
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Hanumangarh: भाखड़ा नहर में पर्याप्त सिंचाई पानी की मांग को लेकर श्रीगंगानगर हनुमानगढ़ जिले के भाखड़ा क्षेत्र के किसानों ने आज हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय का घेराव किया. सभा कर भाखड़ा में 1200 क्यूसेक पानी देने की मांग रखी.
सभा में किसानों ने कहा कि 1 मई से भाखड़ा में 1200 क्यूसेक पानी देने का शेयर भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड ने तय किया था मगर बाद में पंजाब ने प्रदूषित पानी पाकिस्तान छोड़ने का कहकर अभी तक पानी नहीं दिया है, जिससे किसान नरमा-कपास की बिजाई नहीं कर पा रहे हैं.
क्या कहना है किसानों का
किसानों ने कहा कि प्रदूषित पानी ही किसानों को दे दिया जाए. इस पानी को फसलों में लगाया जा सकता है. किसानों का कहना है कि लोहगढ़ हैड से सरहिंद फीडर से भाखड़ा में 800 क्यूसेक पानी दिया जा सकता है मगर ये पानी भी किसानों को नहीं दिया जा रहा. प्रदर्शन के दौरान मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा के चंडीगढ़ में होने के कारण किसानों से उनकी वार्ता नहीं हो सकी. प्रदर्शन को देखते हुए सिंचाई विभाग कार्यालय के बाहर पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा.
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पानी लिए बगैर हम यहां से नहीं जाएंगे
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता डॉ. सौरभ राठौड़ ने दो टूक शब्दों में कहा कि पानी लिए बगैर हम यहां से नहीं जाएंगे, इसके लिए चाहे हमें कुछ भी करना पड़े. राठौड ने सिंचाई विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंचाई महकमे के अधिकारियों की गफलत के कारण भाखड़ा क्षेत्र के किसानों के हालात बद से बदतर हो चुके हैं. भाखड़ा इलाका पूरी तरह से कॉटन बेल्ट है लेकिन सिंचाई अधिकारियों की गफलत के चलते भाखड़ा क्षेत्र के किसानों को उनके हिस्से का पानी नहीं मिल रहा है, जिसके कारण अभी तक नरमा कपास की बिजाई नहीं हो पाई है.
सरहिंद फीडर से भाखड़ा से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई पानी दे सकते
किसान नेता संतवीर सिंह ने कहा कि पानी नहीं मिलने के कारण पहले गेहूं की फसल भी उस तरह की नहीं हो पाई, जिस तरह की किसानों को उम्मीद थी. अब किसानों ने नरमा कपास की फसल पर आस लगाई थी, लेकिन भाखड़ा क्षेत्र के किसानों को उनके हिस्से का पानी नहीं दिया जा रहा है. अधिकारी कह रहे हैं कि राजस्थान फीडर में रिलाइनिंग का काम चल रहा है, लेकिन यदि सिंचाई विभाग के अधिकारी चाहे तो सरहिंद फीडर से भाखड़ा से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई पानी दे सकते हैं, लेकिन सिंचाई महकमे के अधिकारी अपनी हठधर्मिता पर अड़े हुए हैं.
सिंचाई महकमे के अधिकारी अपनी हठधर्मिता पर अड़े हुए
किसान नेता रायसिंह जाखड़ ने कहा कि जिस तरह से सिंचाई महकमे के अधिकारी अपनी हठधर्मिता पर अड़े हुए हैं, उसी तरह से किसान भी अपने हिस्से का सिंचाई पानी लेने के लिए कटिबद्ध है और सिंचाई का पानी लेकर ही यहां से जाएगा.
किसान नेता रणजीत सिंह राजू ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सिंचाई महकमे के अधिकारी हठधर्मिता छोड़ दें. किसानों की सभा को संतवीर सिंह मोहनपुरा, किसान नेता राय सिंह जाखड़, किसान नेता गगनदीप सिंह, राजेश जाखड़, रणबीर भंगू, परगट सिंह, सरदूल विस्सू, सुखराज मान, यादवेंद्र सिंह, सुखवंत सिंह हंसलिया सहित अन्य किसान प्रतिनिधि एवं हजारों किसान मौजूद थे.
संवाददाता- मनीष शर्मा