दीपक गोयल,जयपुर: एक दिसंबर से लागू हो रही फास्ट टैग व्यवस्था को लागू करने में एनएचएआई खुद ही पीछे हट रहा है. आलम है कि लोगों को आज भी आसानी से फास्ट-टैग नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में लोग कैश लेन से ही वाहन निकाल रहे हैं. वर्तमान स्थिति को देखें तो अभी महज 30 फीसदी वाहनों में ही फास्ट टैग लगे हैं. वहीं 70 फीसदी वाहन बिना फास्ट टैग लगाए चल रहे हैं.
NHAI पर टोल नाकों से गुज़रने वाले LMV और HMV's के लिए अनिवार्य फास्ट टैग का फरमान मुसीबत खड़ी कर सकता है. दरअसल एक दिसंबर से ये नई व्यवस्था लागू कराना NHAI के लिए भी किसी चैलेंज से कम नहीं है. एनएचएआई ने वाहनों चालकों को फास्ट-टैग लगाने के लिए सिर्फ टोल नाकों पर ही व्यवस्था की हुई है. वहीं बैंकों में भी फास्ट टैग बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा शहर में कहीं भी फास्ट टैग नहीं है.
आप ऐसे पा सकते हैं फास्टैग
-इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग 2014 में भारत में आया
-फास्ट टैग से आप टोल प्लाजा में बिना रुके अपना टोल टैक्स दे सकेंगे
-अधिकारिक टैग जारीकर्ता, जैसे पेटीएम, राष्ट्रीकृत बैंक, टोल, RTO से खरीद सकते हैं
इधर एक दिसंबर से टोल नाकों पर सिर्फ एक ही लेन कैश की होगी इस दौरान टोल पर लगने वाले लंबे जाम से निजात के लिए एनएचएआई के पास कोई प्लान नहीं है ऐसे में जबकि नई व्यवस्था के लागू होने में केवल 10 दिन ही बचे हैं लेकिन अभी अधिकारी प्लान बनाने में ही लगे हैं. NHAI अब शहर में आरटीओ, चुनिंदा पेट्रोल पम्प और ई मित्र कियोस्क पर भी फास्ट टैग सेल काउंटर खोलने की बात कह रहा है.
जानें कि आखिर क्या है फास्ट टैग ?
-फास्ट टैग इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जो वाहन की विंड स्क्रीन पर लगता है
-इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन यानि RFID लगा होता है
-गाड़ी के टोल प्लाजा पहुंचने पर सेंसर फास्ट टैग पढ़ लेता है
-फास्टटैग अकाउंट से टैक्स अपने आप कटता है, इसे प्रीपेड रीचार्ज कराना होता है
-फास्टैग की वैधता 5 साल, उसके बाद नया फास्टैग लगवाना होता है
वाहनों में फास्ट टैग कम संख्या में लग पाने का ठीकरा अधिकारी लोगों के सिर ये कहकर फोड़ रहे हैं कि लोग बैंकों में जाना ही नहीं चाहता. लेकिन सच ये भी है कि हरकोई आसानी चाहता है. फास्टटैग से टोल नाकों पर तो आसानी होगी. लेकिन फैस्ट-टैग लेने की जद्दोजहद करने से लोग कतरा रहे हैं.