कोरोना की तीसरी लहर में हवाई यात्रीभार पूरी तरह से आसमां से जमीन पर आ चुका है. बीते साल के आखिरी महीने में दिसंबर के अंतिम दिनों में रोजाना एयरपोर्ट से 15 हजार के आसपास यात्रियों की आवाजाही 55 से 58 उड़ानों से होता थी.
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Jaipur: कोरोना की तीसरी लहर में हवाई यात्रीभार पूरी तरह से आसमां से जमीन पर आ चुका है. बीते साल के आखिरी महीने में दिसंबर के अंतिम दिनों में रोजाना एयरपोर्ट से 15 हजार के आसपास यात्रियों की आवाजाही 55 से 58 उड़ानों से होता थी. वहीं, इस सप्ताह यह यात्रीभार महज 7 हजार से भी कम रह गया है. औसतन जयपुर से महज 32 से 34 के आसपास उड़ानों का संचालन किया जा रहा है. इसकी मुख्य वजह अब भी बड़े महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू सहित अन्य बड़े शहरों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले हैं.
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ही नहीं बल्कि राजस्थान के अन्य एयरपोर्ट पर भी कमोबेश यही हालात है दूसरी ओर खाड़ी देशों मस्कट, शारजाह के अलावा दुबई से आने वाली उड़ानों में एयरपोर्ट पर रोजाना रेंडम जांच में 15 से अधिक यात्री संक्रमित मिल रहे हैं. इसके साथ ही दिल्ली, कोलकाता, मुबई, चेन्नई से आने वाले चुनिंदा यात्रियों की जांच यहां की जा रही है.
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यात्रीभार को लेकर हालात भी खराब
जयपुर के बाद प्रदेश के सबसे ज्यादा यात्रीभार वाले उदयपुर एयरपोर्ट पर हवाईयात्रा के हालात दिनोंदिन बदहतर होते जा रहे हैं. इस महीने जयपुर से अब तक 450 के आसपास उड़ानों का संचालन रदद् किया जा चुका है. बीते माह जहां पर्यटन सीजन में डबोक एयरपोर्ट पर दिसंबर में 158377 यात्रियों ने सफर किया था यानी रोजाना 5279 यात्री सफर किया. अब जनवरी में संक्रमण बढ़ने के बाद यात्रीभार में 75 फीसदी की गिरावट आई है. 10 जनवरी से रोज औसत 1000 यात्री ही सफर कर रहे हैं. वहीं, बीकानेर, किशनगढ़ , जोधपुर, जैसलमेर एयरपोर्ट से बमुश्किल ही उड़ानों का संचालन किया जा रहा है. किशनगढ़ से महज छह से सात उड़ानों का संचालन किया जा रहा है.
उड़ानें रद्द फिर भी बुकिंग
शादियों का सीजन शुरू हो चुका है हालांकि कम मेहमानों की संख्या के चलते चुनिंदा शादियां ही फिलहाल हो रही है. दूसरी ओर कम यात्रीभार होने के बावजूद एयरलाइन कंपनियां आगामी दिनों की उड़ानों की टिकट बुक कर अपनी मनमानी पर उतारू है. वहीं, जब यात्रीयात्रा करने से पहले एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं तो आए दिन उड़ानें के रद्द होने का हवाला दिया जा रहा है.