कफ सिरप मामले पर CS सुशांत पंत की बैठक, कहा - दवा वितरण और उपयोग पर कड़ी निगरानी जरूरी

Rajasthan Cough Syrup News  : कफ सिरप की गुणवत्ता से जुड़े प्रकरण पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बैठक ली. उन्होंने कहा कि राज्य में दवाओं के वितरण और उपयोग पर कड़ी निगरानी रखी जाएं और अमानक दवाएं मिलने पर निर्माताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

कफ सिरप मामले पर CS सुशांत पंत की बैठक, कहा - दवा वितरण और उपयोग पर कड़ी निगरानी जरूरी

Jaipur News : मुख्य सचिव सुधांश पंत ने चेतावनी दी की चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी. मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार का उद्देश्य नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं सुनिश्चित करना है. उन्होंने आमजन को चिकित्सक की सलाह के बिना दवा नहीं लेने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए.

साथ ही चिकित्सक, फार्मासिस्ट और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा दवा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा. पंत ने बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए संभावित हानिकारक दवाओं पर चेतावनी अंकित करने, तथा डोर-टू-डोर सर्वे और आईईसी गतिविधियों के जरिए जनजागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि लोगों को बिना चिकित्सकीय परामर्श दवाइयों के सेवन से बचने के लिए प्रेरित किया जाए. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि गुणवत्ता संदिग्ध खांसी सिरप की जानकारी मिलते ही विभाग ने तुरंत सभी बैचों के वितरण और उपयोग पर रोक लगा दी थी. साथ ही एडवाइजरी जारी कर चिकित्सकों, फार्मासिस्टों और आमजन की काउंसलिंग की जा रही है . खांसी की सीरप के स्थान पर वैकल्पिक उपचार पर भी जोर दिया जा रहा है.

Add Zee News as a Preferred Source

Trending Now

सीएचओ, एएनएम और आशा कार्यकर्ता घर-घर सर्वे कर मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की पहचान कर रहे हैं, और लोगों को यह संदेश दे रहे हैं कि घर पर रखी पुरानी दवाएं न लें, नजदीकी चिकित्सा संस्थान जाकर चिकित्सक से परामर्श करें. विशेष रूप से बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बिना परामर्श के दवा न दी जाए और घर की दवाएं उनकी पहुंच से दूर रखी जाएं.

राठौड़ ने बताया कि तकनीकी समिति गठित कर दी गई है, जो बच्चों में सामने आ रहे लक्षणों, उपचार और अन्य पहलुओं की विस्तृत जांच कर रही है. इस संबंध में राज्य के शिशु रोग विशेषज्ञों और अन्य विशेषज्ञों से परामर्श भी लिया जा रहा है ताकि बच्चों की मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो.

राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Rajasthan News और पाएं Jaipur News हर पल की जानकारी. राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

ये भी पढ़ें-

Trending news