Jaipur: राजस्थान की गहलोत सरकार (Gehlot Government) अब किसानों को ज्यादा फसली ऋण (crop loan) देगी. सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया ताकि अधिक से अधिक किसानों को ऋण मिल सके. मरूधरा के किसानों पर अब गहलोत सरकार पहले के मुकाबले ज्यादा मेहरबान होगी. 


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राजस्थान में पहले से अब ज्यादा किसानों (Farmers) को रबी और खरीफ का फसली ऋण मिल पाएगा. प्रदेश में 16 हजार करोड़ तक का सालाना ऋण किसानों को मिलता है, लेकिन अब किसानों को सालाना 18500 करोड़ तक का ऋण मिल पाएगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहकारिता विभाग (Cooperative Department) के ऋण की राशि बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सहकारिता विभाग रबी के सीजन से ही इस व्यवस्था को शुरू करेगा. सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना (Udayalal Anjana) का कहना है कि सरकार की मंशा है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को ऋण मिल सके, इसलिए ऋण की राशि बढाई गई है.


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इन पांच जिलों में बंटेगा सबसे ज्यादा ऋण


नंबर             जिला                  ऋण की राशि
1  जयपुर                    1310 करोड़
2  बाड़मेर                   1040 करोड़
3  चितौड़गढ़                1040 करोड़  
4  सीकर                      980 करोड़
5  श्रीगंगानगर                 970 करोड़

ये पांच जिले जहां बंटेगा सबसे कम ऋण


नंबर              जिला                 ऋण की राशि
1  डूंगरपुर                  175 करोड़
2  सिरोही                   240 करोड़
3  जैसलमेर                  270 करोड़
4  बांसवाड़ा                  335 करोड़
4  टोंक                      430 करोड़

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21 हजार करोड का भेजा था प्रस्ताव
हालांकि सहकारिता विभाग ने 21 हजार करोड़ तक की सालाना राशि का प्रस्ताव वित्त में भेजा था, लेकिन वित्त विभाग ने 2500 करोड़ ही राशि बढाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. राजस्थान में सहकारी समितियों (co-operative societies) की संख्या में इजाफा को देखते हुए भी सरकार ने ये फैसला लिया है. अभी सालाना 25 लाख किसानों को ब्याजमुक्त फसली ऋण योजना (Interest free crop loan scheme) का लाभ मिल रहा है. जाहिर है राशि बढ़ाने से और अधिक किसान इस योजना से जुडे़ंगे. हालांकि सरकार ने 10 लाख नए किसानों को जोडने का लक्ष्य रखा था.