11 हजार रुपये की घूस लेते कांस्टेबल ट्रैप, भनक लगते ही CI और दलाल फरार
Advertisement

11 हजार रुपये की घूस लेते कांस्टेबल ट्रैप, भनक लगते ही CI और दलाल फरार

कोटा (Kota News) में एक बार फिर खाकी पर भ्रष्टाचार के दाग लगे हैं. कोटा एसीबी बे बड़ी कार्यवाही करते हुए कोटा ग्रामीण पुलिस के सांगोद थाने के कांस्टेबल दिनेश मीणा को 11 हजार की घूस (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Kota : राजस्थान के कोटा (Kota News) में एक बार फिर खाकी पर भ्रष्टाचार के दाग लगे हैं. कोटा एसीबी बे बड़ी कार्यवाही करते हुए कोटा ग्रामीण पुलिस के सांगोद थाने के कांस्टेबल दिनेश मीणा को 11 हजार की घूस (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं, एसीबी कार्यवाही की भनक लगते ही सांगोद थाना CI जयराम और मोहित फरार हो गए.

यह भी पढे़ं- Medical Colleges में Covid रोगियों को उपलब्ध सुविधाओं की ऑडिट के लिए 6 टीमों का गठन

जानाकरी के अनुसार कोटा निवासी लक्ष्मीनारायण के खिलाफ एक मुकदमा 420 की धारा में सांगोद थाने में दर्ज हुआ था, जिसकी जांच सीआई जयराम कर रहा था. वहीं, कांस्टेबल दिनेश मीना सीआई का रीडर था. इस प्रकरण में परिवादी लक्ष्मीनारायण को गिरफ्तार नहीं करने की एवज में 10 हजार रुपये की घूस की जा चुकी थी. वहीं, उक्त प्रकरण में  सहपरिवादी जय कुमार  को गिरफ्तार नहीं करने की एवज में दिनेष मीना ने 1 लाख रुपये की मांग की थी. जिस पर सौदा 50 हजार में तय हुआ था. सत्यापन के दौरान कांस्टेबल दिनेश मीणा ने 50 हजार में से  10 हजार स्वयं और 40 हजार सीआई जयराम के लिए लेना बताया और राशि कोटा में लेने की बात कही.

कल देर शाम इसी राशि को लेने के लिए कांस्टेबल दिनेश ने सहपरिवादी जय कुमार और परिवादी लक्ष्मीनारायण को घर के बाहर बुलाया जहां कांस्टेबल दिनेश मीना अपने साले मोहित मीणा के साथ आया था और साले मोहित मीना को रिश्वत के 11 हजार रुपये दिलवाए. तभी वहां घात लगाकर बैठी एसीबी की टीम ने दिनेश मीना को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, मौका देखकर मोहित मौके से फरार हो गया. कार्यवाही की सूचना मिलते ही सीआई जयराम भी फ़रार हो गया. फिलहाल एसीबी की टीम दोनों की तलाश में जुटी हुई है. वहीं, दिनेष मीणा से पूछताछ की जा रही है.

यह भी पढे़ं- Jaipur में सिर्फ साढ़े 3 घंटे में मिल रहा Covid Test का परिणाम, जानें खास मशीन का नाम

Trending news