RU के महिला छात्रावास में विवाद, वार्डन और छात्राओं ने एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप
Advertisement

RU के महिला छात्रावास में विवाद, वार्डन और छात्राओं ने एक-दूसरे पर लगाए गंभीर आरोप

हॉस्टल में अनियमितताओं और हॉस्टल वार्डन की मनमानी के आरोप लगाते हुए जहां हॉस्टल की छात्राएं पूरी रात हॉस्टल के बाहर धरने पर बैठी रहीं तो वही सुबह होते ही हॉस्टल की छात्राओं ने कुलपति सचिवालय के बाहर अपना धरना शुरू किया. 

कस्तूरबा गर्ल्स हॉस्टल में बीती रात हॉस्टल वार्डन की मनमानी के आरोप लगाते हुए छात्राओं ने मोर्चा खोला.

Jaipur: राजस्थान विश्वविद्यालय स्थित कस्तूरबा गर्ल्स छात्रावास में बीती रात से ही जबरदस्त विवाद गहराया नजर आ रहा है. 

हॉस्टल में अनियमितताओं और हॉस्टल वार्डन की मनमानी के आरोप लगाते हुए जहां हॉस्टल की छात्राएं पूरी रात हॉस्टल के बाहर धरने पर बैठी रहीं तो वही सुबह होते ही हॉस्टल की छात्राओं ने कुलपति सचिवालय के बाहर अपना धरना शुरू किया. वहीं दूसरी ओर हॉस्टल वार्डन ने छात्राओं पर सालों से फीस जमा नहीं करवाने के साथ ही गेस्ट रूप में रह रही छात्राओं पर भी हॉस्टल में अराजकता और अनियमितताएं फैलाने के आरोप लगाए.

यह भी पढे़ं- नकल पर ऐसे नकेल कसेगी Rajasthan Skill University, वर्चुअल फ्लाइंग करेगी Monitoring

 

राजस्थान विश्वविद्यालय स्थित कस्तूरबा गर्ल्स हॉस्टल में बीती रात हॉस्टल वार्डन की मनमानी के आरोप लगाते हुए छात्राओं ने मोर्चा खोला. छात्राएं पूरी रात हॉस्टल के बाहर धरने पर बैठी रही तो वही हॉस्टल प्रशासन द्वारा रात को ही मौके पर पुलिस को बुलाया गया. पुलिस प्रशासन द्वारा छात्राओं से समझाइश की गई लेकिन छात्राएं इसके बाद भी नहीं मानी. पूरी रात हॉस्टल के बाहर धरने पर बैठने के बाद आज सुबह से ही छात्राएं हॉस्टल वार्डन डॉ लक्ष्मी परेवा को हटाने की मांग को लेकर कुलपति सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गई है.

छात्राओं ने लगाए हॉस्टल वार्डन पर आरोप 
छात्राओं ने हॉस्टल वार्डन पर आरोप लगाते हुए कहा कि "हॉस्टल वार्डन द्वारा हॉस्टल की छात्राओं को लगातार प्रताड़ित किया जाता है. इसके साथ ही छात्राओं के ऊपर चरित्र संबंधी गरीब गंभीर आरोप भी लगाए जाते हैं. लक्ष्मी परेवा के हॉस्टल वार्डन बनने के बाद हॉस्टल में लगातार अनियमितताएं बढ़ती जा रही हैं लेकिन इसके बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि हॉस्टल वार्डन द्वारा छात्राओं से बदतमीजी करने के आरोपों को लेकर कई बार यूनिवर्सिटी प्रशासन से अवगत करा दिया गया है. यदि कुछ छात्राओं ने फीस जमा नहीं करवाई है तो इसकी सजा सभी छात्राएं को नहीं मिलनी चाहिए. जब तक हॉस्टल वार्डन को नहीं हटाया जाता है तब तक छात्राओं का आंदोलन जारी रहेगा."

क्या कहना है कस्तूरबा गर्ल्स हॉस्टल वार्डन का
तो वहीं दूसरी ओर कस्तूरबा गर्ल्स हॉस्टल वार्डन डॉ. लक्ष्मी परेवा का कहना है कि "हॉस्टल का जिम्मा अभी 2 महीने पहले ही संभाला है. इस दौरान उन छात्राओं को नोटिस दिए जा रहे हैं, जिन्होंने सालों से अपनी फीस जमा नहीं कराई है. ऐसी छात्राओं की जब सूची बनाई गई तो करीब इन छात्राओं पर 5 लाख रुपये का बकाया भुगतान निकला है. जब से इन छात्रों को फीस जमा करवाने की बात कही है, तब सही इन छात्राओं ने बेबुनियाद आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं. यूनिवर्सिटी प्रशासन को भी इस पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है, जो छात्रा इस धरने का नेतृत्व कर रही हैं. वह छात्राएं यहां पर लंबे समय से गेस्ट रूप में रह रही हैं जबकि गेस्ट रूप में छात्राएं महज 7 दिन तक रह सकती हैं."

 

Trending news