मौसमी बीमारियों पर काबू पाने के लिए पहल, 20 अक्टूबर से चलाया जाएगा 'डेंगू मुक्त राजस्थान' अभियान
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मौसमी बीमारियों पर काबू पाने के लिए पहल, 20 अक्टूबर से चलाया जाएगा 'डेंगू मुक्त राजस्थान' अभियान

राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि मौसमी बीमरियों और डेंगू पर काबू पाने के लिए प्रदेश में 20 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक 'डेंगू मुक्त राजस्थान' अभियान चलाया जाएगा. 

स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा.

Jaipur: राजस्थान में मौसमी बीमारियों के हालात चिंताजनक है. डेंगू (Dengue) के डंक से राज्य की जनता सबसे ज्यादा प्रभावित है. सरकारी आंकड़ों में करीब साढ़े 6 हजार से ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आ चुके है लेकिन हालात सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा है. राज्य सरकार (Rajasthan Government) और स्वास्थ्य महकमा मौसमी बीमारियों के इन हालातों को लेकर चिंतित है. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा (Dr Raghu Sharma) ने राज्य स्तरीय समीक्षा करते हुए सख्त निर्देश जारी कर दिए है. 

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राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि मौसमी बीमरियों और डेंगू पर काबू पाने के लिए प्रदेश में 20 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक 'डेंगू मुक्त राजस्थान' अभियान चलाया जाएगा. इसके तहत विभाग स्थानीय विभागों के साथ मिलकर एंटीलार्वल गतिविधि, फोगिंग सहित अन्य गतिविधि संचालित करेगा. साथ ही उन 14 जिलों में नोडल ऑफिसर भेजे जाएंगे, जहां डेंगू के 150 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. 

14 जिलों में डेंगू के 150 से ज्यादा मरीज
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ मौसमी बीमारियों, कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination), जांच और ऑक्सीजन प्लांट्स आदि की विभागीय तैयारियों की प्रगति की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 14 जिलों में डेंगू के 150 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ना चिंता की बात है. उन्होंने कहा कि हालांकि यह स्थिति चुनौतीपूर्ण है लेकिन इस पर भी चरणबद्ध रूप से काबू पाया जा सकेगा और हर संभव प्रयास किए जाएंगे की मरीजों को इलाज और बेड्स मिलें. 

कर्मियों के अवकाश पर रोक
चिकित्सा मंत्री ने डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस जैसी मौसमी बीमारियों का सामना करने के लिए सभी जिलों में 24 घंटे कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के साथ रेपिड रेस्पोंस टीम के गठन के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता के लिए आईईसी गतिविधियां करने, सीएचसी सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इंडोर मरीजों का उपचार करने के भी निर्देश दिए. स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सा कर्मियों के अवकाश पर रोक लगाने, स्थानांतरित चिकित्सा कार्मिकों को तुरंत जॉइन करवाने के भी निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए ब्लॉक स्तर पर बीसीएमओ, जिला स्तर पर सीएमसचओ और जोन स्तर पर संयुक्त निदेशक की जिम्मेदारी तय करने के भी निर्देश दिए हैं. 

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वैक्सीन कराने के दिए निर्देश
चिकित्सा मंत्री ने कोरोना और इसके वैक्सीनेशन की भी विस्तार से समीक्षा की. उन्होंने इस दौरान तीसरी लहर से बचाव के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर नियमित रैंडम सेम्पलिंग करने के भी निर्देश दिए. प्रदेश में अब तक लक्षित 82 प्रतिशत को प्रथम एवं 40 प्रतिशत को द्वितीय डोज दी जा चुकी है. वैक्सीन से वंचित लोगों को चिन्हित कर विशेष अभियान चलाकर वैक्सीन कराने के भी निर्देश दिए जा चुके है. 

 

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