Basant Panchami: गोविंददेव जी मंदिर में पाटोत्सव, पीले फूलों से ठाकुर जी का हुआ श्रृंगार, चढ़ाया गया गुलाल
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Basant Panchami: गोविंददेव जी मंदिर में पाटोत्सव, पीले फूलों से ठाकुर जी का हुआ श्रृंगार, चढ़ाया गया गुलाल

बसंत पंचमी पर आज आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में ठाकुरजी का पाटोत्सव मनाया जा रहा है. माघ शुक्ला पंचमी को ही श्री रूप गोस्वामी ने ठाकुर श्री गोविंददेवजी को प्रगट किया था. गोविंददेव जी मंदिर में इसका उल्लेख बंगला भाषा के माध्व गौड़ीय संप्रदाय के ग्रंथ भक्ति रत्नाकर में मिलता है. ग्रंथ के द्वितीय तरंग में स्पष्ट अंकित है कि श्री गोविंद प्रगटे होइलो रूप द्वारे अर्थात रूप गोस्वामी ने ठाकुर श्री गोविंद देवजी को प्रगट किया.

फाइल फोटो

Jaipur: बसंत पंचमी पर आज आराध्य गोविंददेवजी मंदिर में ठाकुरजी का पाटोत्सव मनाया जा रहा है. माघ शुक्ला पंचमी को ही श्री रूप गोस्वामी ने ठाकुर श्री गोविंददेवजी को प्रगट किया था. गोविंददेव जी मंदिर में इसका उल्लेख बंगला भाषा के माध्व गौड़ीय संप्रदाय के ग्रंथ भक्ति रत्नाकर में मिलता है. ग्रंथ के द्वितीय तरंग में स्पष्ट अंकित है कि श्री गोविंद प्रगटे होइलो रूप द्वारे अर्थात रूप गोस्वामी ने ठाकुर श्री गोविंद देवजी को प्रगट किया. इसी लिए आज के दिन यानि माघ शुक्ला पंचमी तिथि को ठाकुर जी का पाटोत्सव मनाया जाता है. आज से यानि बसंत पंचमी से ठाकुर जी को गुलाल अर्पित करना शुरू हो जाएगा जो होली तक जारी रहेगा.

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गोविंद देवजी मंदिर में आज मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर जी का वेद मंत्रो के साथ पंचामृत अभिषेक किया गया. ठाकुर जी को नवीन पीली पोशाक धारण कराई गयी. शृंगार में गेंदा और अन्य पीले रंग के पुष्पों का उपयोग किया गया. ठाकुरजी को केसर मिश्रित खीर का भोग अर्पित किया गया. 

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आपको बता दें कि इस बार राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार पंचामृत का वितरण नहीं किया जाएगा और न ही पंचामृत अभिषेक के लिए सूखा सामान लिया जाएगा. आज मंगला झांकी में मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश निषेध रहा हालांकि इससे बाद विशेष अभिषेक के दर्शन हो श्रद्धालु कर सकते हैं.

बसंत पंचमी पर झांकियों का समय
मंगला झांकी — सुबह 4 से 4.15 बजे तक
धूप झांकी — सुबह 8.30 से 9.45 तक
श्रृंगार झांकी — सुबह 10.15 से 10.45 बजे तक
राजभोग झांकी — सुबह 11.15 से 11.45 बजे तक
ग्वाल झांकी — शाम 4.45 से 5.15 बजे तक
संध्या झांकी — शाम 5.30 बजे से 6.15 बजे तक
शयन झांकी — शाम 7.30 बजे से 7.45 बजे तक

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