राजस्थान में छात्र संघ चुनाव में आयु सीमा को हाईकोर्ट में चुनौती, ये बताया बड़ा कारण
दो साल चुनाव नहीं होने के चलते दर्जनों छात्र 25 साल की उम्र को पार कर चुके हैं. जिसके बाद अब छात्र नेता संजय चेची ने इस साल होने जा रहे छात्र संघ चुनावों में आयु सीमा में दो सालों की छूट देने की मांग की है.
Jaipur: कोरोना के चलते पिछले दो सालों से प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाए. ऐसे में ये दो साल उन छात्र नेताओं पर भारी पड़े, जो सालों से छात्र संघ चुनावों में अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में जुटे हुए थे. प्रदेश में छात्र संघ चुनाव में आयु सीमा 25 साल निर्धारित की गई है, लेकिन दो साल चुनाव नहीं होने के चलते दर्जनों छात्र 25 साल की उम्र को पार कर चुके हैं. जिसके बाद अब छात्र नेता संजय चेची ने इस साल होने जा रहे छात्र संघ चुनावों में आयु सीमा में दो सालों की छूट देने की मांग की है.
छात्र राजनीति की पहली सीढ़ी छात्र संघ चुनाव माने जाते हैं, इस छात्र संघ चुनाव में छात्र नेताओं की आयु सीमा का एक बैरियर भी लगाया हुआ है. 25 साल तक की आयु का छात्र नेता ही छात्र संघ चुनाव में हिस्सा ले सकता है, लेकिन साल 2020 और 2021 में छात्र संघ चुनाव नहीं होने के चलते कई छात्र 25 साल की आयु सीमा को पार कर चुके हैं. लेकिन ये छात्र नेता सालों से छात्र राजनीति में भाग्य आजमाने का सपना देख रहे थे.ऐसे में अब आयु सीमा में दो सालों की छूट देने की मांग को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
छात्र नेता संजय चेची का कहना है कि "मैं पिछले 5 सालों से एबीवीपी के सक्रिय छात्र नेता के रूप में काम किया,साथ ही साल 2020 में छात्र संघ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था. लेकिन दो सालों से चुनाव नहीं होने के चलते अब मेरी उम्र 26 साल हो चुकी है. नियमों के तहत मैं अब छात्र संघ चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकता. इसलिए मेरे द्वारा हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई है, कोरोना काल को देखते हुए इस सा छात्र संघ चुनावों में आयु सीमा में दो सालों की छूट दी जाए.
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