Jaipur : बीजेपी राजस्थान में मिशन 2023 को हासिल करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. बीजेपी ने अपने तमाम विभाग, प्रकोष्ठ और सामान्य कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है. इसके तहत बुधवार को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ विभाग के राष्ट्रीय संयोजक राजेंद्र फड़के ने कार्यकर्ताओं को चुनाव में जुटने का मूल मंत्र दिया गया. फड़के ने केंद्र की नरेंद्र मोदी और अन्य भाजपा शासित राज्यों की योजनाओं को लेकर राज्य में लोगों के बीच पहुंचकर उन्हें जानकारी देने का आह्वान किया.


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बीजेपी प्रदेश कार्यालय में बुधवार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विभाग की कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला में विभाग की प्रदेश कार्यकारिणी के साथ ही जिलों के संयोजक, सहसंयोजक और प्रभारी शामिल हुए. इस दौरान प्रदेश की संयोजक सोनिया रामचंदानी ने विभाग के कार्य का ब्यौरा दिया. 


ये है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का लक्ष्य


विभाग के राष्ट्रीय संयोजक राजेंद्र फड़के ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान वर्ष 2015 में शुरु हुआ. अभियान का लक्ष्य देश में महिला-पुरुष का जनसंख्या अनुपात और मातृत्व मृत्युदर को कम करना है. इसको लेकर ही पार्टी में हर प्रदेश में यह विभाग काम कर रहा है. राजस्थान में विभाग के कार्यकर्ताओं की कार्यशाला में इस बात को साझा किया गया कि कैसे इस योजना को घर-घर गांव गांव में लोगों तक पहुंचाना है.


फड़के ने कहा कि राजस्थान में आने वाले चुनावों में भाजपा की सरकार बनें, इस दृष्टि से भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के कार्यकर्ता आगे बढ़ेंगे. कार्यशाला में इस बात को लेकर विचार किया गया है. कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि वो केंद्र की सुकन्या समृद्धि सहित भाजपा शासिन राज्यों में बेटियों के लिए शुरू की गई अन्य योजनाओं को लेकर लोगों के बीच जाएं. लोगों को समझाया जाएगा कि इन योजनाओं के जरिए बेटियों के कल्याण के लिए क्या क्या फायदें हैं. 


अपने बूते खड़ी हों बेटियां


बेटियां अपने बलबूते पर खड़ी हो और सामर्थ्यवान बनकर कर समाज में स्थापित हो सकें. कार्यकर्ताओं से कहा कि वो लोगों के बीच जाकर इन योजनाओं की जानकारी दें तथा उन्हें बताएं कि ये योजनाएं कितनी फायदेमंद है. यदि भाजपा का शासन आता है तो बेटियों के लिए कल्याणकारी इन योजनाओं को राजस्थान में भी बेहतर ढंग से लागू किया जाएगा.


इस मौके पर बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का बडा सम्मेलन किया था. इसके बाद अभियान को गति मिली तो बेटियों का जन्म अनुपात बढ़ा है. विभाग की प्रदेश की ईकाई ने एक स्टीकर तैयार किया है जिसमें महिला सुरक्षा हमारा दायित्व का स्लाेग लिखा गया है. इन स्टीकरों को एक लाख वाहनों पर लगाकर शुरुआत की जाएगी. इसके बाद इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा.


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