वर्ल्ड स्पीकर्स कान्फ्रेंस में Om Birla ने की शिरकत, देशों के बीच सद्भावना को किया प्रोत्साहित
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वर्ल्ड स्पीकर्स कान्फ्रेंस में Om Birla ने की शिरकत, देशों के बीच सद्भावना को किया प्रोत्साहित

ऑस्ट्रिया दौरे पर गए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्ल्ड स्पीकर्स कांफ्रेंस के दौरान छह देशों की संसद के अध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय भेंट की

ओम बिरला ने वर्ल्ड स्पीकर्स कांफ्रेंस के दौरान छह देशों की संसद के अध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय भेंट की

Jaipur: छह देशों की वर्ल्ड स्पीकर्स कान्फ्रेंस (World Speakers Conference) में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला (Om Birla) ने की शिरकत. ऑस्ट्रिया के वियना गए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने आज द्विपक्षीय वार्ता (Bilateral Talks) के दौरान ना केवल विश्व के देशों के बीच सद्भावना को प्रोत्साहित किया बल्कि इन मुलाकातों के दौरान हिंदुस्तान के वैक्सीन अभियान (vaccine campaign) की भी जमकर तारीफ हुई. बिरला और यूएई की फेडरल नेशनल काउंसिल के अध्यक्ष सकर घोबाश (Sakar Ghobash) के बीच हुई बैठक में कोटा (Kota) के कोचिंग पैटर्न की भी जमकर तारीफ की. ओम बिरला ने यूएई में भी कोचिंग हब विकसित किए जाने में हर संभव मदद का भरोसा दिया है.

ऑस्ट्रिया दौरे पर गए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने वर्ल्ड स्पीकर्स कांफ्रेंस के दौरान छह देशों की संसद के अध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय भेंट की. इस दौरान एक ओर जहां उनके प्रयासों ने दोनों देशों के बीच सद्भावना को प्रोत्साहित किया, वहीं चर्चा के दौरान बिरला भारत को लाभान्वित करने के प्रयासों में भी पीछे नहीं रहे.

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स्पीकर बिरला और ऑस्ट्रियाई संसद के अध्यक्ष वोल्फगैंग सोबोटका (Wolfgang sobotka) की भेंट के दौरान दोनों देशों के बीच कोविड वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) को लेकर चर्चा हुई. लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बताया कि भारत इस समय दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चला रहा है. देश में इस समय ऑस्ट्रिया की कुल जनसंख्या से अधिक लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन लगाई जा रही है. दोनों नेताओं के बीच संसदीय आदान-प्रदान तथा सांसदों के प्रशिक्षण को लेकर भी बात हुई. सोबोटका ने कहा कि भारत का लोकतंत्र सशक्त और समृद्ध है. बिरला ने उन्हें लोक लेखा समिति के 100 वर्ष पूरे होने के बारे में भी बताया.

लोकसभा अध्यक्ष बिरला और यूएई की फेडरल नेशनल काउंसिल के अध्यक्ष सकर घोबाश के बीच बैठक में भारत और यूएई के पुराने और मजबूत रिश्तों पर बात हुई. दोनों में पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर बात हुई. इस दौरान घोबाश ने कोटा के कोचिंग पैटर्न की भी जमकर तारीफ की. उन्होंने यूएई में भी कोचिंग हब विकसित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया. स्पीकर बिरला ने आश्वस्त किया कि वे इस बारे में सरकार को अवगत करवाएंगे.

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स्पीकर बिरला से मुलाकात के दौरान नामिबिया की संसद के अध्यक्ष लुकास सिनिम्बो मुहा (Lucas Cinnimbo Muha) ने कोविड को लेकर भारत के वैश्विक प्रयासों की सराहना की. पर्यटन में सहयोग पर चर्चा के दौरान लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने उन्हें कोटा की मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व और बूंदी के रामगढ़ विषधारी वन्य जीव अभ्यारण्य के बारे में बताया. इस पर मुहा बोले कि नामिबिया के चीतों से यह दोनों वन क्षेत्र समृद्ध हो सकते हैं. लोकसभा अध्यक्ष बिरला की पड़ोसी देश बांग्लादेश की संसद की अध्यक्षा डा. शिरीन चौधरी से भी मुलाकात हुई. दोनों के बीच  दोनों देशों के बीच मुलाकात में सहयोग बढ़ाने, एक-दूसरे की संसदों की बेस्ट प्रेक्टिसेज को अपनाने तथा महिलाओं की भूमिका को अधिक सशक्त बनाने पर मंथन हुआ.

मोजाम्बिक संसद की अध्यक्षा एस्पेरेंका बाइस से मुलाकात के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में स्थायी तौर पर भारत के समर्थन पर मोजाम्बिक का आभार जताया. बिरला ने कहा वैश्विक मुद्दों पर दोनों देश समान राय और विचार रखते हैं. बिरला और बाइस ने दोनों देशों के रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. मोजाम्बिक के सांसदों तथा संसदीय समितियों को प्रशिक्षित करने के प्रति भी बिरला ने सहमति जताई. स्पीकर बिरला की जिम्बाब्वे की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जैकब फ्रांसिस मुडेंडा से भी भेंट हुई. दोनों के बीच आपसी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने को लेकर चर्चा हुई. बिरला ने कहा भारत की संसदीय व्यवस्था से जिम्बाब्वे लाभान्वित हो सकता है. इसके अलावा भारतीय संसद के माध्यम से प्रशिक्षण, संसदीय नवाचार और राजनेय पर भी दोनों के बीच सहमति बनी. दोनों ने खाद्य प्रसंस्करण, टेक्नोलॉजी, विज्ञान क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर भी बल दिया.

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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी द्विपक्षीय बैठकों के दौरान सभी संसदों के अध्यक्षों को लोक लेखा समिति के सौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में आने को न्यौता दिया. उन्होंने कहा कि लोक लेखा समिति का देश में पारदर्शिता लाने तथा वित्तीय शुचिता को मजबूत करने में अहम योगदान रहा है. समिति के सौ वर्ष पूरा होना एक ऐतिहासिक अवसर है. द्विपक्षीय वार्ताओं के दौरान सभी देशों की संसदों के अध्यक्षों ने कोविड के दौरान भारत के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि भारत ने न सिर्फ स्वयं कोविड की चुनौती को हराने में स्वयं अग्रणी भूमिका निभाई बल्कि अन्य देशों की भी इसमें सहायता की. वैक्सीन और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के माध्यम से भारत ने कई अन्य देशों को इस महामारी से लड़ने में सक्षम बनाया. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की इस यात्रा ना केवल अन्य देशों के साथ भारत के रिश्तो में मजबूती आई है बल्कि राजस्थान (Rajasthan) की पहचान भी देश दुनिया में और अधिक पुख्ता हुई है.

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