Jaipur News: जयपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवती की दहेज के लिए हत्या कर दी गई. आरोप है कि पति और ससुराल वालों ने उसे मारकर घर के एक कमरे में फंदे पर लटका दिया. युवती की बॉडी पर चोट के निशान थे. घटना से कुछ देर पहले ही युवती ने अपने चचेरे भाई को कॉल कर कहा था कि पति-ससुराल वाले उसे मार देंगे, इसलिए उन्हें पैसे दे दो. यह घटना रामनगरिया थाना इलाके की है और युवती ने करीब पांच महीने पहले ही लव मैरिज की थी.


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युवती हर्षिता तंवर के पिता अशोक तंवर ने बताया कि उनकी बेटी जुलाई 2024 में घर से बिना बताए चली गई थी. उन्होंने महेश नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. एक महीने बाद हर्षिता ने उन्हें कॉल कर बताया कि वह पंकज मोदी के साथ भागकर आई है और दोनों ने गाजियाबाद नोएडा में आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली है. अशोक तंवर ने बताया कि उन्होंने बेटी की इस शादी को स्वीकार कर लिया था और दशहरा के समय दोनों घर भी आए थे.


अशोक तंवर, मृतक हर्षिता के पिता, ने बताया कि उनकी बेटी की लव मैरिज को स्वीकार करने के बाद वह पति पंकज के साथ उनके घर आने-जाने लगी थी. लेकिन जल्द ही पंकज और उसके घरवालों ने हर्षिता को दहेज के लिए टॉर्चर करना शुरू कर दिया था. पंकज शराब पीकर मारपीट करता था और दहेज लाने के लिए धमकाता था. वह यहां तक धमकी देता था कि अगर दहेज नहीं लाई तो वह उसे छोड़ देगा. पंकज के घरवाले भी दहेज के लिए टॉर्चर कर तलाक लेने का दबाव बनाने लगे थे.


अक्टूबर 2024 में हर्षिता अपने पीहर आई थी, वह उदास दिख रही थी. जब उसके पिता अशोक तंवर ने उससे कारण पूछा, तो उसने अपनी कलाई पर चोट के निशान दिखाए. हर्षिता ने बताया कि उसके पति पंकज ने शराब के नशे में चाकू से उसे काटकर जान से मारने की कोशिश की थी. उसने यह भी बताया कि पंकज ने 5 लाख रुपए की मांग की थी. अशोक तंवर ने पंकज को समझाया और 5 लाख रुपए देकर हर्षिता को ससुराल भेज दिया था.


 




15 दिसंबर को हर्षिता का शव रामनगरिया थाना इलाके के प्रताप नगर स्थित सीबीआई कॉलोनी में एक कमरे में फंदे से लटकता हुआ मिला था. रात 8 बजे के आसपास जब हर्षिता का पति पंकज उसे जयपुरिया हॉस्पिटल लेकर पहुंचा, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. हॉस्पिटल स्टाफ ने हर्षिता के ताऊ को कॉल कर मौत की सूचना दी थी.



 



जांच अधिकारी एसीपी सांगानेर विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि इस घटना के बाद पिता अशोक तंवर की ओर से रामनगरिया थाने में पंकज और उसके परिवार के खिलाफ दहेज के लिए हत्या करने का मामला दर्ज करवाया गया था. मामला दर्ज होने के बाद 17 दिसंबर को एफएसएल टीम सीबीआई कॉलोनी पहुंची और घटनास्थल से सबूत जुटाए. ¹


जांच अधिकारी एसीपी सांगानेर विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि हर्षिता ने अपनी मौत से कुछ घंटे पहले अपने चचेरे भाई लोकेश को कॉल किया था. उसने लोकेश को बताया था कि उसके पति पंकज और ससुराल वाले उसे मार देंगे. उसने लोकेश से कहा था कि वह उसके पिता से बोल दे कि वह उसके पास आना चाहती है और उन्हें पैसे दे दे. यह कॉल 15 दिसंबर को दोपहर डेढ़ बजे की थी.


हर्षिता ने अपने चचेरे भाई लोकेश से बताया था कि उसके पति पंकज शराब पीकर आया था और उसके साथ मारपीट की थी. वह बताती थी कि जब वह चिल्लाती है तो उसके सास-ससुर भी नहीं आते और उन्हें यही कहते हैं कि उसे तलाक दे दो. लोकेश ने बताया कि इसी बातचीत के दौरान किसी ने हर्षिता के हाथ से मोबाइल फोन छीनकर कॉल काट दिया. कुछ देर बाद ही हर्षिता की मौत की सूचना मिली.
 


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हर्षिता के पिता ने बताया कि जब जयपुरिया हॉस्पिटल से सूचना मिली, तो वे वहां पहुंचे. मॉर्च्युरी के पास हर्षिता का पति पंकज अपने दोस्त के साथ खड़ा था. जब उन्होंने हर्षिता के शव को देखा, तो शरीर पर चोट के निशान थे और गले पर रस्सी से घोंटने के जैसा निशान था. जब वे बाहर निकले, तो पंकज वहां से भागते हुए दिखाई दिया. हर्षिता के बारे में पूछने के लिए उन्होंने पंकज का पीछा किया और उसे पकड़ लिया. पकड़े जाने पर पंकज ने कहा, "मुझसे गलती हो गई." इसके बाद वह छुड़ाकर भाग निकला.