Jhunjhunu: महिला चिकित्सक का पति निकला महाठग, नौकरी के नाम पर ठगे 87.50 लाख
Advertisement

Jhunjhunu: महिला चिकित्सक का पति निकला महाठग, नौकरी के नाम पर ठगे 87.50 लाख

गिरफ्तार महाठग खेदड़ों की ढाणी तन सूरजगढ़ हाल वार्ड छह चिड़ावा निवासी रमेश पुत्र धर्मपाल जाट है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jhunjhunu: झुंझुनूं की चिड़ावा पुलिस (Chirawa Police) ने बिजली निगम में नौकरी दिलवाने के नाम पर करीब 40 लोगों से 87 लाख 50 हजार रुपये ठगने के मामले में एक महाठग को गिरफ्तार किया है. 

यह भी पढ़ें- Jhunjhunu: फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर वसूले जा रहे थे पैसे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी पर हुई कार्रवाई

 

गिरफ्तार महाठग खेदड़ों की ढाणी तन सूरजगढ़ हाल वार्ड छह चिड़ावा निवासी रमेश पुत्र धर्मपाल जाट है. वह अपने आपको डिस्कॉम में कभी निरीक्षक तो कभी एईएन-एक्सईएन बताकर बेरोजगारों को नौकरी दिलवाने का झांसा देता था. आरोपी ने अपनी गाड़ी पर भी डिस्कॉम निरीक्षक (Discom Inspector) लिखवा रखा था. 

यह भी पढ़ें- Jhunjhunu में मानवीय संवेदनाओं की हो रही 'हत्या', 8 वर्ष से पेड़ में बंधी जिंदगी

 

पुलिस का मानना है कि ठग के पकड़ में आने के बाद और भी कई मामले सामने आ सकते हैं. ठगी के इस मामले में चिड़ावा बीसीएमओ कार्यालय में एलआरएम पद पर कार्यरत उसकी चिकित्सक पत्नी डॉ. अभिलाषा, सीएचसी में नर्स सास दयाकौर, ससुर बलबीर फोगाट और साले अभिषेक भी आरोपी हैं. 

क्या कहना है सीआई लक्ष्मीनारायण सैनी का
सीआई लक्ष्मीनारायण सैनी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आरोप साबित होने पर रमेश को गिरफ्तार किया गया है जबकि शेष आरोपियों के खिलाफ जांच जारी है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ ठगी के ऐसे और मामले भी सामने आ सकते हैं. आरोपी रमेश और उसके ससुराल पक्ष ने पीड़ितों से बिजली निगम में हेल्पर पद के लिए दो लाख और एलडीसी और आईटीआई तकनीशियन के लिए पांच लाख रुपये लिए. इसके लिए आरोपियों ने किसी प्रकार की कोई परीक्षा ना होकर अधिकारियों द्वारा सीधी भर्ती करने का झांसा देकर पीड़ितों से रुपये लेकर आवेदन पत्र नुमा भर्ती का कागज भी दिया.

पैसे वापसी को टालने लगे आरोपी
आरोपियों की बातों में आकर 36 लोगों ने उन्हें 87 लाख 50 हजार रुपये दे दिए. रुपये देने के सात-आठ माह बाद भी नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ितों ने आरोपियों से संपर्क किया तो वे जल्द नियुक्ति आदेश आने की बात कहकर लोगों को टालते रहे. ज्यादा समय बीतने पर पीड़ितों ने तकादा बढ़ाया तो आरोपियों ने कहा कि आपका पैसा आगे अधिकारियों को दे दिया गया है, जो वापस नहीं लौटाएंगे. रिपोर्ट में रमेश खेदड़ पर दिनेश को झांसा देकर खाली चेक लेकर राशि स्वयं भरने का भी आरोप लगाया गया है. वहीं साथ ही साथ महाठग ने कई लोगों को फर्जी ज्वाइनिंग पत्र भी दिए हैं, जो पुलिस ने जब्त कर लिए हैं.

इन लोगों को ठगा
सेवानिवृत पूर्व सैनिक दिनेश व मनीराम की रिपोर्ट में आरोपी रमेश खेदड़ और उसके ससुरालजनों द्वारा नौकरी लगवाने का झांसा देकर डिंगली के संदीप, चिनालिया निवासी योगेश, घुमनसर कलां की निर्मला व सुनीता, अशोकनगर निवासी संदीप व रोहित, मामराज का बास निवासी सौरभ, नवीन, नितेश व देवेंद्र, रायला के सोमवीर, विजय, गोवली के अशोक, चिड़ावा के मुकेश, पाथड़िया निवासी बलबीर, लाठियावाली के जोगेंद्र, काजी निवासी रायसिंह, गोपालपुरा के राकेश व मोनिका, घुमनसर के सरजीत, बोला की ढाणी के अजय, चौहानों की ढाणी के राजकुमार, राहड़ों के बास के अमित, बामनवास के अंजेश, राणासर के योगेश व मुकेश, वाहिदपुरा के अनुराग, झुंझुनूं के दीपक व रवीश, ओजटू के नरेश, माली गांव के सुनील, पातुसरी निवासी सुनील, सिरसला के विकास, बाजला के तपेश, धतरवाला के संदीप और सांखण ताल निवासी कर्मजीत से 87 लाख 50 हजार रुपये ठगने का आरोप लगाया गया है.

Reporter- Sandeep Kedia

 

Trending news