Kalicharan Saraf का अपनी ही शहरी सरकार के खिलाफ धरना, JLN मार्ग जाम करने की चेतावनी
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Kalicharan Saraf का अपनी ही शहरी सरकार के खिलाफ धरना, JLN मार्ग जाम करने की चेतावनी

राजधानी जयपुर के नगर निगम ग्रेटर (Jaipur Nagar Nigam Greater) में एक बार फिर से घमासान मच गया है.

कालीचरण सराफ ने बीजेपी के ही बोर्ड और मेयर शील धाभाई के खिलाफ सीवरेज की समस्या को लेकर धरना दिया.

Jaipur : राजधानी जयपुर के नगर निगम ग्रेटर (Jaipur Nagar Nigam Greater) में एक बार फिर से घमासान मच गया है. अबकी बार घमासान की वजह बीजेपी के लिए विधायक कालीचरण सराफ है. पूर्व मंत्री और मालवीय नगर से विधायक कालीचरण सराफ (MLA Kalicharan Saraf) ने बीजेपी के ही बोर्ड और मेयर शील धाभाई (Mayor Sheel Dhabhai) के खिलाफ सीवरेज की समस्या को लेकर धरना दिया.

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मेयर दौड़ी-दौड़ी पहुंची धरना स्थल-
जयपुर (Jaipur News) में बीजेपी की शहरी सरकार बीजेपी के ही विधायकों की नाराजगी से घिर चुकी है. भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ ने भाजपा की ग्रेटर महापौर शील धाभाई के खिलाफ ही हल्ला बोल दिया. वजह मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में सीवरेज की समस्या. कालीचरण सराफ ने नगर निगम के चैयरमेनों के साथ धरने पर बैठ गए. अपनी ही पार्टी के सीनियर विधायक की धरने पर बैठने की सूचना पर आनन—फानन में मेयर धरना स्थल पर पहुंची और मामले को ठंडा करने के लिए कहा कि मैं भी अधिकारियों के खिलाफ धरने पर बैठ गई, लेकिन अगले ही पल कालीचरण सराफ ने मेयर को चेतावनी दे डाली कि यदि तीन दिन में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जेएलएन मार्ग जाम करेंगे.

मेयर को बार-बार गिनाई जिम्मेदारी-
कार्यवाहक मेयर शील धाभाई ने धरना स्थल पर कालीचरण सराफ को तीन दिन में समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया, साथ कहा कि यदि अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. धरने में बीजेपी की विधायक ने एक-एक वार्ड की कमी मेयर को गिनाई और मेयर बार-बार आश्वासन देती रही. करीब 20 मिनट पर मेयर धरना स्थल पर रही. इस दौरान विधायक और कार्यकर्ताओं ने महापौर को बार-बार अपने जिम्मेदारी का अहसास करवाया. मेयर के आश्वासन के बाद कालीचरण सराफ ने धरना खत्म किया.

बीजेपी में सब कुछ ठीक नहीं-
ऐसे में मेयर शील धाभाई की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि उनकी पार्टी के ही विधायक और पार्षद ही जब उनके कार्य से संतुष्ट नहीं तो जनता कैसे संतुष्ट होगी. दूसरा सवाल ये कि क्या बीजेपी नेताओं के बीच आपसी खींचतान और गहमागहमी चल रही है.

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