Jaipur News: बगरू विधानसभा की जगन्नाथपुरा ग्राम पंचायत के लोग आजादी के 76 बाद भी अपने दिवंगत परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए एक स्थाई और विकसित मोक्षधाम की बाट जोह रहे हैं (बाट-रास्ता, मार्ग) (जोहना का अर्थ – देखना)रहे है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

देश को आजाद हुए करीब 76 साल का समय बीत चुका है, लेकिन आज भी प्रदेश के लोग कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, शासन और प्रशासन के नुमाइंदे आज तक लोगों को स्थाई मोक्षधाम जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करवा सके है. जगन्नाथपुरा गांव में मोक्षधाम के लिए जमीन आवंटित करने को मांग को लेकर आज ग्रामीणों ने जयपुर विकास प्राधिकरण और राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.


.


दरअसल, बगरू विधानसभा की जगन्नाथपुरा ग्राम पंचायत राजधानी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर होने के बावजूद जगन्नाथपुरा गांव के लोग के पास आज तक अपने दिवंगत परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए स्थाई मोक्षधाम तक नहीं है. मजबूरन यहां के ग्रामीण पीढ़ियों से अस्थाई मोक्षधाम में ही शवों का अंतिम संस्कार करते आ रहे है, राजस्व रिकॉर्ड में मोक्षधाम की जमीन आवंटित नहीं होने के कारण यहां सुविधाएं विकसित करना तो दूर की बात है, चारदीवारी का निर्माण भी नही किया जा सका है.



मोक्षधाम के लिए जमीन आवंटित करने की मांग को लेकर ग्रामीण स्थानीय सरपंच, विधायक और जेडीए अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके है, लेकिन किसी को भी जगन्नाथपुरा गांव की दिवंगत पुण्यात्मा के मोक्ष की चिंता नहीं है. जमीन आवंटित नहीं होने से मोक्षधाम अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.बार बार मिन्नतें करने के बाद भी जब ग्रामीणों की किसी ने नहीं सुनी तो आज जगन्नाथपुरा गांव के मोक्षधाम परिसर में ग्रामीण महिला पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए मोक्षधाम के लिए जमीन आवंटित करने की मांग की. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द मोक्षधाम के लिए जमीन आवंटित कर यहां विकास कार्य नहीं करवाए गए तो आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा.