Mercury Transit 2021: बुध का होगा राशि परिवर्तन, अशुभ प्रभावों से बचने के लिए करें ये आसान उपाय
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Mercury Transit 2021: बुध का होगा राशि परिवर्तन, अशुभ प्रभावों से बचने के लिए करें ये आसान उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्योतिषाचार्य पंडित निलेश शास्त्री ने बताया कि बुद्ध को एक शुभ ग्रह माना गया है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

Jaipur : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्योतिषाचार्य पंडित निलेश शास्त्री ने बताया कि बुद्ध को एक शुभ ग्रह माना गया है. किसी अशुभकारी ग्रह की युति से यह हानिकर भी हो जाता है. जब वक्रीय या अस्त होता है तो अपना अशुभ प्रभाव दिखाता है. 

बुध मिथुन एवं कन्या राशियों का स्वामी है तथा कन्या राशि में उच्च भाव में स्थित रहता है तथा मीन राशि में नीच भाव में रहता है. बुध ग्रह बुद्धि, बुद्धिवर्ग, संचार, विश्लेषण, चेतना (विशेष रूप से त्वचा), विज्ञान, गणित, व्यापार, शिक्षा मीडिया और अनुसंधान का प्रतिनिधित्व करता है. 

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सभी प्रकार के लिखित शब्द और सभी प्रकार की यात्राएं बुध के अधीन आती है. बुध तीन नक्षत्रों का स्वामी है अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती (नक्षत्र). हरे रंग, धातु, पीतल और रत्नों में पन्ना बुद्ध की प्रिय वस्तुएं हैं.

बुध ग्रह का अपनी मिथुन राशि में प्रवेश वक्रीय अस्त मार्गी होगा
ज्योतिषाचार्य पंडित निलेश शास्त्री ने बताया कि बुध ग्रह 26 मई बुधवार को अपनी स्वयं की राशि मिथुन में राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. बुधवार को प्रातः 9 बजे वृषभ राशि से मिथुन राशि में बुध ग्रह प्रवेश करेगें. उस समय बुध ग्रह मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण में प्रवेश करेंगे. मृगशिरा नक्षत्र के स्वामी मंगल ग्रह माने जाते हैं. 

मिथुन राशि में पूर्व से ही मंगल ग्रह भी विराजमान है. मंगल ग्रह बुध को अपना शत्रु मानते हैं. वृषभ राशि  29 मई को बुध ग्रह वक्रीय होंगे. 2 जून को अस्त हो जायेंगे. अस्त वक्रीय होने से बुध ग्रह लाभ अधिक नहीं देगें. यह ग्रह 7 जुलाई तक अस्त वक्रीय होकर नक्षत्र परिवर्तन करते हुए 7 जुलाई को पुनः मिथुन राशि में आयेंगे. जब तक यह ग्रह वृषभ मिथुन राशि में अस्त वक्रीय मार्गी होते रहेंगे. रहेंगे बार-बार परिवर्तन करने के कारण बुध की सप्तम दृष्टि वृश्चिक राशि और धनु राशि पर रहेगी वृषभ कन्या मिथुन और तुला राशि के लिए लाभकारी समय रहेगा. कर्क सिंह राशि वालों को सावधानी रखनी होगी  अन्य सभी राशियों को मिला जुला असर देखने को मिलेगा.  

बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय
बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिय नित्य गणेश अथर्वशीश का पाठ करना चाहिए. स्त्रियों का सम्मान करना चाहिए. ज्योतिषी से सलाह लेकर पन्ना भी धारण कर सकते हैं. मूंग की दाल मेंहदी और 16 शंगार की सामग्री किन्नरों को दान कर सकते हैं. पन्ना पीतल और हरे वस्त्र सब्जियां आदि दान करें. गणेश जी के धुर्वा चढ़ाएं. गणेश जी की विशेष आराधना करें. बुधवार पुष्प नक्षत्र के दिन गणेश जी का पंचामृत से अभिषेक करवाएं. मंदिर में साफ सफाई करें. इन सभी उपायों को करने से बुध का अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है और उन्नति होने लगती है.

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