किसानों को कब मिलेगी राहत? जमीनों की नीलामी के रोक के बिल पर परसादी लाल ने दिया ये बड़ा बयान
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किसानों को कब मिलेगी राहत? जमीनों की नीलामी के रोक के बिल पर परसादी लाल ने दिया ये बड़ा बयान

किसानों की जमीनों की नीलामी पर रोक वाले बिल पर परसादी लाल मीणा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र के इशारे पर राज्यपाल बिल रोक कर बैठे हैं. 

परसादी लाल मीणा

Lalsot: दौसा के लालसोट उपखंड मुख्यालय पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा प्रेस से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि 5 एकड़ तक किसानों की जमीन की नीलामी रोक वाले बिल को राज्यपाल केंद्र के इशारे पर रोक कर बैठे हैं. सरकार ने विधानसभा में बिल पारित कर राज्यपाल को हस्ताक्षर के लिए पहले से भेजा हुआ है, लेकिन अभी तक बिल पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए हैं. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 5 एकड़ भूमि तक कृषि ऋण वसूली के लिए की जाने वाली नीलामियों पर रोक लगा दी है. अब प्रदेश में किसान की पांच एकड़ तक की जमीन कृषि ऋण के लिए नीलाम नहीं हो सकेगी.

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा, '' किसानों के कृषि लोन के मामले को लेकर राजनीति करने वाले भाजपा के लोग पहले प्रधानमंत्री के पास जाएं. साथ ही प्रधानमंत्री से राज्यपाल को कहलवाएं जिससे राज्य सरकार की ओर से भेजे गए बिल को राज्यपाल हस्ताक्षर कर सकें. उन्होंने कहा कि बिल पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने की दशा में विधानसभा में फिर से दोबार बिल ला कर राज्यपाल को दोबार भेजा जाएगा.''

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उन्होंने कहा कि रामगढ़ पचवारा में हुई जमीन नीलामी के मामले में भू माफिया सक्रिय रहे हैं. मामले की जैसी ही जानकारी मिली तत्काल कार्रवाई कर नीलामी पर रोक लगाई गई है. उन्होंने कहा कि सरकार ने चुनाव में किया गया वादा सहकारी बैंकों का ऋण माफ कर पूरा कर दिया है. कमर्शियल बैंक से केसीसी लेने वाले किसानों को भी लाभ मिले इसके लिए सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है. राजस्थान सरकार अपने हिस्से की राशि देने को तैयार है. केंद्र सरकार इस मामले में अपना निर्णय ले.

दरअसल दौसा के रामगढ़ पचवारा के जामुन की ढाणी निवासी कजोड़ मीणा ने खेत में नलकूप लगाने के लिए करीब 3 लाख 87 हजार का कर्ज राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक से लिया था. आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह लोन नहीं चुका सका. करीब ढाई 2 महीन पहले किसान कजोड़ मीणा की मौत हो गई थी. इसके बाद बैंक प्रशासन ने किसान के बेटों से कर्ज चुकाने के लिए नोटिस जारी किए. किसान पर ब्याज सहित करीब 7 लाख रुपए का ऋण हो चुका था. जब किसान का परिवार कर्ज नहीं चुका पाया तो मंगलवार को उसकी 15 बीघा 2 बिस्वा जमीन नीलाम कर दी गई.

Report-Laxmi Sharma

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