बीजेपी पदाधिकारी बैठक में पीएम मोदी के भाषण की सबसे ज्यादा चर्चा, जानें भाषण की अहम बातें
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बीजेपी पदाधिकारी बैठक में पीएम मोदी के भाषण की सबसे ज्यादा चर्चा, जानें भाषण की अहम बातें

 बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की नजर में पार्टी का दायरा बढ़ाने के नजरिए से विकासवाद की राजनीति, अगले 25 साल की कार्य योजना और भाषाई विविधता की स्वीकार्यता ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जो पार्टी का दायरा बढ़ाने और लोगों को जोड़ने की बात करते हैं.

बीजेपी पदाधिकारी बैठक में पीएम मोदी के भाषण की सबसे ज्यादा चर्चा, जानें भाषण की अहम बातें

जयपुर: बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की नजर में पार्टी का दायरा बढ़ाने के नजरिए से विकासवाद की राजनीति, अगले 25 साल की कार्य योजना और भाषाई विविधता की स्वीकार्यता ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जो पार्टी का दायरा बढ़ाने और लोगों को जोड़ने की बात करते हैं. पार्टी में सक्रियता से जुड़े लोग मानते हैं कि इन सबके साथ एक पहलू,नये और गैर राजनीतिक परिवारों को राजनीति से जोड़ने का भी था.

कार्यकर्ताओं का मानना है कि ऐसे लोग आएंगे तो संगठन और मजबूत होगा. बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की सबसे ज्यादा चर्चा रही. बैठक के बाद भी बीजेपी के कार्यकर्ताओं में यह बहस का मुद्दा है की आखिर मोदी के भाषण का सबसे महत्त्वपूर्ण हिस्सा क्या रहा?

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कार्यकर्ता मानते हैं कि मोदी के भाषण के मुख्य मुद्दों को देखें तो उसमें परिवारवाद पर हमला किया गया, भाषायी विविधता को स्वीकार्यता दी गई, भारतीय जनता पार्टी को प्रवाहमान पार्टी बताया गया, अपने 8 वर्षों के कार्यकाल को संकल्प और सुशासन के वर्ष बताया गया और कार्यकर्ताओं को चेरेवेति–चेरेवेति का नारा दिया गया. इन सबके साथ आगामी 25 साल के नजरिए से कैसे विकास की योजनाएं बने, किस तरह रणनीतिक काम हो? इस पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बात रखी.

बीजेपी कार्यकर्ता कहते हैं कि अब तक के भाषणों में मोदी कई पहलुओं का जिक्र करते रहे हैं, लेकिन अबकी बार उन्होंने देश की राजनीति को बदलने की कोशिश भी की. जब उन्होंने विकासवाद की राजनीति को बढ़ावा देने की बात कही. प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक देश में जाति, धर्म, वर्ग और क्षेत्र की राजनीति होती रही है, लेकिन अब समय विकासवाद की राजनीति का है.

''अगले 25 वर्षों के लक्ष्य तय करने का समय''
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के इस अमृत काल में देश अपने लिए अगले 25 वर्षों के लक्ष्य तय कर रहा है.भाजपा के लिए यह समय है, अगले 25 वर्षों के लक्ष्यों को तय करने का, उनके लिए निरंतर काम करने का.

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''देश को पुरानी सोच से बाहर लाई है बीजेपी''

प्रधानमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि देश में एक लंबा कालखंड ऐसा रहा, जब लोगों की सोच ऐसी हो गई थी, कि बस किसी तरह समय निकल जाए. न सरकार से उनको अपेक्षा थी और न ही सरकार उनके प्रति अपनी कोई जवाबदेही समझती थी. साल 2014 के बाद बीजेपी देश को इस बीमार सोच से बाहर निकालकर लाई है.

''सुशासन, गरीब कल्याण को समर्पित रहे 8 वर्ष''
प्रधानमंत्री ने अपने नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 8 साल पूरे होने का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा और एनडीए सरकार के 8 वर्ष पूरे हो रहे हैं. यह 8 वर्ष संकल्प के रहे हैं, सिद्धियों के रहे हैं. यह 8 वर्ष सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे हैं.ये 8 वर्ष देश के छोटे किसानों, श्रमिकों, मध्यम वर्ग की अपेक्षाओं को पूरा करने वाले रहे हैं. यह समय देश के संतुलित विकास, सामाजिक न्याय और सामाजिक सुरक्षा के लिए रहे हैं.

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''विकासवाद की राजनीति पर करें काम''
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस एक और विषय पर लगातार काम करते रहना है, वह है देश में विकासवाद की राजनीति. उन्होंने कहा कि कोई भी दल हो, उसको विकासवाद की राजनीति पर आने के लिए मजबूर करना है. पीएम ने कहा कि कभी ऐसी पार्टियों के जाल में नहीं फंसना हैं जो देश को मुख्य मुद्दों से भटकाने में लगे हुए हैं.

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