मंत्री डॉ महेश जोशी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री जी हम लोग आप की तरह पैराशूट से राजनीति में नहीं उतरे हैं. हम लोग ज़मीन से उठ कर राजनीति में आगे बढ़े हैं
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Jaipur: जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने कहा कि ERCP प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा दिलाने और ERCP का राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के रूप में शिलान्यास कार्यक्रम घोषित करने की मांग करने पर केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत द्वारा इस मुद्दे पर राजनीति करने का बयान देना उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता साबित कर रहा है.
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मंत्री डॉ महेश जोशी ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री जी हम लोग आप की तरह पैराशूट से राजनीति में नहीं उतरे हैं. हम लोग ज़मीन से उठ कर राजनीति में आगे बढ़े हैं, राजनीतिक जीवन में जनसमस्याओं का अध्ययन कर उनका निदान करना और सही प्लैटफार्म पर आवाज उठाना हमारा कर्त्तव्य भी है और दायित्व भी.
होना तो यह चाहिए था कि पूर्वी राजस्थान की जनता की पेयजल की गम्भीर समस्या के समाधान के लिए श्री शेखावत स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2018 की चुनावी सभाओं में किए गए वादे को पूरा करने के लिए जल्द से जल्द ईआरसीपी प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित कर शिलान्यास कार्यक्रम जारी करवाते.
डॉ जोशी ने आगे कहा कि शायद शेखावत को धरातल पर जनता की समस्याओं का ज्ञान और भान नहीं हो रहा है. इसीलिए हमारे द्वारा ईआरसीपी को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित करने की मांग करने पर उन्होंने अलोकतांत्रिक, अशोभनीय और असत्य वचनों का प्रयोग किया. हमारा उनसे आग्रह है कि राजनीतिक मतभेदों को परे रखकर, पार्टी लाइन से ऊपर उठकर पूर्वी राजस्थान की जनता को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए ERCP प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा दे कर शिलान्यास कार्यक्रम घोषित करवायें.
ऐसा करेंगे तो राजस्थान की जनता और राजस्थान सरकार भी राजनीतिक मतभेदों से आगे बढ़कर और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर उनका और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद और आभार ज्ञापित करेंगे.
जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने आगे कहा कि केन्द्रीय मंत्री जी आप राजस्थान के हैं और केन्द्रीय मंत्रिमंडल में अहम पद पर हैं, राजस्थान का निवासी होने के बावजूद आप राजस्थान की जनता के लिए इस अहम पेयजल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा नहीं दिला पाए तो राजस्थान की जनता में यह संदेश जाएगा कि आपको केन्द्रीय मंत्रिमंडल में तवज्जो नहीं मिल रही, प्रधानमंत्री मोदी जी आपको गम्भीरता से नहीं ले रहे.
ऐसे में आपको नैतिक रूप से इस्तीफा देने की पेशकश करते हुए राजस्थान की जनता के दिलों में जगह बनाने के लिए मिसाल पेश करनी चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो जनता जान जाएगी की आप स्वयं ई आर सी पी प्रोजेक्ट के विरोधी हैं और इसीलिए ई आर सी पी को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट का दर्जा नहीं मिल पा रहा है.