7 जुलाई से मंडल के विभिन्न स्टेशनों जैसे रेवाड़ी, बांदीकुई, फुलेरा, रींगस, सीकर और अलवर में स्थित स्वास्थ्य इकाइयों पर विशेष स्वास्थ्य जांच अभियान चलाने की कवायद शुरू करेगा.
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Jaipur: उत्तर पश्चिम रेलवे (North Western Railway) जयपुर मंडल की ओर से कोरोना वायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर से बचाने जांच अभियान चलाया जा रहा. 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को खतरा न हो इसके लिए अनूठी पहल शुरू की परंतु यह पहल बीते दिन ही विभागीय लापरवाही की भेंट चढ़ गई.
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दरअसल, 7 जुलाई से मंडल के विभिन्न स्टेशनों जैसे रेवाड़ी, बांदीकुई, फुलेरा, रींगस, सीकर और अलवर में स्थित स्वास्थ्य इकाइयों पर विशेष स्वास्थ्य जांच अभियान चलाने की कवायद शुरू करेगा. इससे पहले 5 जुलाई को जयपुर -सवाई माधोपुर रेलखंड में 5 डिब्बों की चिकित्सकीय विशेष ट्रेन का संचालन किया गया. लगभग यह ट्रेन दो घंटे से अधिक देरी से शाम को दुर्गापुरा स्टेशन पहुंची जबकि ट्रेन को शाम 5:30 बजे यहां पहुंचना था. ट्रेन यहां शाम 7.30 बजे के करीब पहुंची.
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इस बीच चिकित्सकीय जांच से पहले ही यहां स्टेशन पर भीड़ जमा होने से आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर का बचाव भी स्टेशन पर ठीक से नहीं हो पाया. अव्यवस्थाएं बिगड़ने से रेलवे के अधिकारी जांच कराने आए लोगों से समझाइश करते हुए दिखे. वहीं शिविर को फिर से लगाने की बात कहकर जांच कराने आए लोगों को दोबारा आने के लिए कहा गया. बुधवार को मेडिकल ट्रेन द्वारा जयपुर फुलेरा रेवाड़ी रेलखंड में चिकित्सा जांच शिविर आयोजित होगा.
क्या कहना है मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन का
मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन के अनुसार, जयपुर मंडल के रेल कर्मचारियों के 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों और उनकी माताओं के साथ—साथ रेल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों के निवास स्टेशनों पर ही उनके परिजनों के स्वास्थ्य संबंधी जांच की व्यवस्था की गई है ताकि बच्चों एवं महिलाओं को अनावश्यक आवागमन से होने वाले खतरे से सुरक्षित रखा जा सके.
बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा जांच की गई
ट्रेन का देवपुरा, चौथ का बरवाड़ा, ईसरदा, सिरस, वनस्थली निवाई, चन्नानी, चाकसू, शिवदासपुरा, सांगानेर और दुर्गापुरा स्टेशनों पर ठहराव किया, जहां बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा जांच की गई. मेडिकल ट्रेन में रेलवे चिकित्सक, चिकित्सा कर्मियों के साथ अधिकारियों तथा अधीनस्थ कर्मचारियों को भी समन्वय के लिए तैनात किया गया. शिविर में सामान्य जांच के साथ आंखों, फेफड़ों आदि में संक्रमण की गहन जांच की व्यवस्था की, ताकि बच्चों और महिलाओं को संभावित रोगों से बचाने के लिए तैयारी की जा सके. विभिन्न स्वास्थ्य इकायों में 333 बच्चों व 188 महिलों सहित 521 व्यक्तियों का स्वास्थ परीक्षण किया गया तथा मेडिकल ट्रेन से भी 300 से अधिक लोगो का स्वास्थ परीक्षण किया. सामान्य बुखार के अलावा कुछ अन्य दवाएं भी दी गई.