राजेंद्र राठौड़ के तल्ख तेवर, बोले- मंत्री को बुलाओ, नहीं तो मैं भी CM की कुर्सी पर बैठ जाऊंगा
संयम लोढ़ा ने कहा कि UDH में तो खुला खेल फर्रुखाबादी चल रहा है.उन्होंने कहा कि जनता को सब पता है. बिल्डर को फायदा पहुंचाने का खेल चल रहा है. सरकार इससे बदनाम होगी.
Jaipur: विधानसभा में बुधवार को उस वक्त अजीब स्थिति बन गई, जब नगरीय विकास विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान एक भी कैबिनेट मंत्री सदन में मौजूद नहीं था.
दरअसल, जब निर्दलीय विधायक और सीएम के सलाहकार संयम लोढ़ा अपनी बात कह रहे थे, उस दौरान लोढ़ा ने सदन में मंत्रियों की गैरमौजूदगी का मुद्दा उठाया. संयम लोढ़ा ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि बजट पास हो रहा है और इस पर सरकार की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि इस दौरान सदन में एक भी कैबिनेट मंत्री मौजूद नहीं है. संयम लोढ़ा ने आसन पर बैठे सभापति को कहा कि यह बात आपको मुख्यमंत्री तक भी पहुंचानी चाहिए.
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संयम लोढ़ा यहीं नहीं रुके. उन्होंने यूडीएच में चल रहे खेल का भी जिक्र करते हुए कहा कि यूडीएच में तो खुला खेल फर्रुखाबादी चल रहा है. मंत्री शांति धारीवाल को संयम लोढ़ा ने निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि खुद मंत्री ही सदन से गायब है. इस बीच राजेंद्र राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि आपकी पीड़ा देख मेरी आंखों से आंसू निकल आए. इस पर रोहित बोहरा ने भी राठौड़ से कहा कि रुमाल लीजिए और आंसू पोंछ लीजिए.
दाल भात में मूसलचंद
जब रोहित बोहरा ने राजेंद्र राठौड़ पर चुटकी लेते हुए यह बात कही, उस दौरान बोहरा मंत्री की सीट पर बैठकर विधायकों द्वारा दिए जा रहे सुझाव लिख रहे थे. राठौड़ ये देख बुरी तरह नाराज़ हो गए और बोले, 'आप हो कौन? दाल भात में मूसलचंद?' राठौड़ ने बोहरा से कहा कि आप मूसलचंद जी अपनी सीट पर जाइये. विधायक मंत्री की कुर्सी पर क्यों बैठे हैं? राठौड़ ने सदन में धरने पर बैठने तक की चेतावनी दे डाली. राठौड़ ने सभापति से कहा कि आप रोहित बोहरा को अपनी सीट पर बैठाइए, नहीं तो मैं भी मुख्यमंत्री की सीट पर जाकर बैठ जाऊंगा.
प्रशासन शहरों के संग अभियान की जमकर हुई दुर्गति
प्रशासन शहरों के संग अभियान की जमकर दुर्गति हुई. UDH मंत्री ने अभी तक सिरोही का दौरा तक नहीं किया. 80 हजार की आबादी के लिए JEN नहीं है. मंत्री के तुगलकी आदेशों से व्यवस्था तहस नहस हो गई. इस बीच संयम लोढ़ा ने कहा कि CM को सन्देश भिजवाया जाए कि बजट पारित हो रहा है तो सदन में इतनी उदासीनता क्यों है जबकि CM ने बोला था कि मैं अगली बार फिर CM बनूंगा.
धारीवाल जी को फिर UDH मंत्री बनाऊंगा. आप अगली बार की जरूर सोचिएगा. हम जैसे छोटे लोगों के काम तो कर दीजिए. CM को विधानसभा में मंत्रियों की गैर-मौजूदगी की जानकारी भिजवाएं. राजेन्द्र राठौड़ ने इस दौरान सत्तापक्ष को जमकर फटकारा. राठौड़ ने कहा कि हालत देखिए, किसको सुझाव दें, इतना क्या अहंकार आ गया. UDH में जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.
मंत्री शांति धारीवाल को लिया जमकर निशाने पर
इस दौरान संयम लोढ़ा ने कहा कि JDA में बंदरबांट हो रही है, भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए. म्युनिसिपल एक्ट के बाद कलेक्टर का रोल खत्म हो गया है. नगर परिषद का अधिकारी कहीं भी पट्टा दे देता . कलेक्टर के पास कोई अथॉरिटी नहीं है. मास्टर प्लान की धज्जियां उड़ा रही है.
वित्त विभाग से बड़े हो गए मंत्री के आदेश
संयम लोढ़ा ने JDA में हाल ही में हुई नियुक्तियों पर जमकर हमले बोले और कहा कि JDA में पद बढ़ोतरी का प्रस्ताव वित्त विभाग को भिजवाया गया. वित्त विभाग ने JDA को अनुमति नहीं दी. इसके बावजूद मंत्री ने 4 डायरेक्टर नियुक्त कर दिए. क्या बंदरबांट हो रही है. मंत्री की मर्जी वित्त विभाग से भी ऊपर है जबकि वित्त विभाग मुख्यमंत्री के पास है. कानून के प्रावधान से ऊपर नियुक्तियां हुई हैं, जो आदेश निकाला गया. उसमें लिखा गया कि ये आदेश सक्षम स्तर से अनुमोदित हैं. JDA को नुकसान पहुंचाने की नीयत से ऐसा किया गया. ऐसे आदेश तत्काल निरस्त हों. दोषियों के खिलाफ कार्यवाही हो. जन आवास के जरिये चहेतों को फायदा पहुंचाया जा रहा.
संयम लोढ़ा ने कहा कि UDH में तो खुला खेल फर्रुखाबादी चल रहा है.उन्होंने कहा कि जनता को सब पता है. बिल्डर को फायदा पहुंचाने का खेल चल रहा है. सरकार इससे बदनाम होगी. स्वायत्त शासन विभाग का सारा काम ठेके पर चल रहा है. UDH की पैठ खराब हो चुकी है. इसलिए CM ने एक किलोमीटर सड़क भी इनको नहीं दी. नगर निकायों के पैनल लॉयर सिफारिशी हैं. इन्हें कुछ नहीं.