Bala Saheb Thackeray:रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार 22 जनवरी 2024 को हो गई. पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर कई वीआईपी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का हिस्सा बने. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोगों ने अपने घरों में दीपक जलाए. साथ ही जमकर आतिशबाजी भी की. इसके अलावा कई जगहों पर धार्मिक कार्यक्रमों और भजन संध्या का आयजन हुआ.


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कई लोगों ने राम मंदिर को लेकर संघर्ष किया. आपको बताते हैं राम मंदिर को लेकर बाल ठाकरे का क्या कहना था. राम मंदिर की लड़ाई लड़ने वाले रामभक्तों में से एक शिवसेना के संस्थापक बाल केशव ठाकरे उर्फ 'बाल ठाकरे' थे.  23 जनवरी 1926 को उनका जन्म हुआ था. बाल ठाकरे भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनका अयोध्या में राम मंदिर का सपना पूरा हो चुका है. ना सिर्फ महाराष्ट्र की राजनीति का चर्चित नाम बल्कि कट्टर हिदुत्व का एक चहरा भी बाला साहेब ठाकरे थे. 


शिवसेना के मुखपत्र सामना के लेख के मुताबिक, ''बालासाहेब के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर राम मंदिर का उद्घाटन हुआ. यह किसी संयोग से कम नहीं है." 


मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बाल ठाकरे ने रामजन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के समाधान पर कहा था कि उस जमीन पर हमारा अधिकार है. उन्होंने कहा था कि वास्‍तविक राममंदिर (Ram Mandir) वाली जमीन के लिए संघर्ष है.अयोध्या राम मंदिर पर उद्धव ठाकरे ने बयान देते हुए कहा था, " मेरे पिता का सपना राम मंदिर निर्माण का था. वह पूरा हो गया है.''


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