RTDC ने जयपुर के तीज होटल को किराए पर देने का किया निर्णय, कर्मचारी यूनियन ने किया विरोध
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RTDC ने जयपुर के तीज होटल को किराए पर देने का किया निर्णय, कर्मचारी यूनियन ने किया विरोध

राजस्थान आरटीडीसी की सम्पतियों में होटलों को विभागों को किराए पर देने की कवायद की जा रही है, इससे आरटीडीसी की होटलों को किराए पर देकर खुर्द-बुर्द करने का काम किया जा रहा है. 

तीज होटल.

Jaipur: राजस्थान आरटीडीसी (RTDC) ने जयपुर (Jaipur News) की दो सम्पतियों को किराए पर देने के बाद अब तीज होटल (Teej Hotel) को किराए पर देने का निर्णय किया है. इस निर्णय के बाद से आरटीडीसी कर्मचारी यूनियन ने इसका विरोध कर रही है. सरकार के निर्देश पर आरटीडीसी ने सेल टैक्स विभाग (Sales Tax Department) को 3 साल के लिए किराए पर देने की कार्रवाई कर रही है. इससे आरटीडीसी की ब्रांड इमेज होटल को खुर्द बुर्द किया जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव भी कह चुके है कि आरटीडीसी की सम्पतियों को बचने की बजाए उनको संचालित करने का काम किया जाए. 

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राजस्थान आरटीडीसी की सम्पतियों में होटलों को विभागों को किराए पर देने की कवायद की जा रही है, इससे आरटीडीसी की होटलों को किराए पर देकर खुर्द-बुर्द करने का काम किया जा रहा है. होटलों का निर्माण होटल के लिए हुआ, इन होटलों को गेस्ट हाउस के रूप में किराए पर दे तो अच्छा होगा. आरटीडीसी कर्मचारी यूनियन (RTDC Employees Union) सरकार से काम करती है कि आरटीडीसी की होटलों को किराए पर देकर ब्रांड इमेज होटल की समाप्त करने का षडयंत्र है. सरकार इन होटलों को मेंटेनेश, विकास में पैसा खर्च करने का काम करे डवलप किया जा सकता है. प्राइम लोकेशन पर स्थित होटल सरकार को मुनाफा दे सकती है. राजस्थान के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव कई बार कह चुके है कि इनको बेचने की बजाए संचालित करने के प्रयास करें. आरटीडीसी प्रशासन इन होटलों को किराए पर देने का काम कर रहा है. जयपुर की दो सम्पतियों को पहले ही किराए पर दिया जा चुका है, जिससे आज तक आरटीडीसी को एक रुपये की भी आय नहीं हो रही है. अब तीज होटल को खुर्द-बुर्द करने की तैयारी की जा रही है, जो आरटीडीसी विभाग और कर्मचारियों के लिए अच्छा नहीं होगा.

आरटीडीसी विभाग द्वारा सेल टैक्स विभाग को तीन साल के लिए किराए पर देने की कवायद की जा रही है. पर्यटन सीजन के चलते तीज होटल को सेल टैक्स विभाग किराए पर देना आरटीडीसी की छवि खराब करेगी. आरटीडीसी की होटलों का मुनाफा कमाना नहीं जयपुर आने वाले पर्यटकों को सुविधा देना है. तीज होटल 40 साल पर्यटकों को सुविधा प्रदान कर रहा है. तीज होटल पर्यटन सीजन में मुनाफा देने जा रही है. आरटीडीसी के कर्मचारियों का वेतन तीज होटल से निकाला जा रहा है. बिना किसी जाचं पडताल के तीज होटल को 3 साल के लिए किराए पर देने काम करना होटल को खुर्द-बुर्द करना है. होटल की ब्रांड इमेज खत्म हो जाएगी. इसके बाद होटल के रूप में संचालित नहीं हो सकती है. ऐसे में जरूरत है तो सरकार को तीज होटल को किराए पर देने की बजाए होटल ही रहने दिया जाए. राजधानी जयपुर में आने वाला पर्यटक को इधर-उधर घूमना नहीं पड़ता, देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद आरटीडीसी की होटल होती है. पर्यटक अपने आप को सुरक्षित रहने के लिए आरटीडीसी की होटल को मानते हैं. 

राज्य सरकार से कर्मचारी यूनियन मांग करती है कि आरटीडीसी प्रशासन द्वारा सेल टैक्स को किराए पर देने के फैसले को निरस्त करे, जबकि सेल टैक्स की नई बिल्डिंग बनकर तैयार हैं. वहीं, सरकार द्वारा सेल टैक्स के लिए झालाना में जमीन भी उपलब्ध करवा दी गई है. अब सेल टैक्स को तीज होटल को किराए पर लेने की बजाए नई बिल्डिंग में ही कार्यालय बनाए. आरटीडीसी की तीज होटल को होटल ही रहने दें. 

 

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