Shraddha Aftab Murder Case: श्रद्धा हत्याकांड मामले ने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया है, इस हैवानियत को लेकर पूरे देश के लोगों में रोष का माहौल है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं. आरोपी आफताब से पूछताछ करने के लिए पुलिस अब उसका नार्को टेस्ट करेगी. इसके लिए कोर्ट ने इजाजत दे दी हैं. 


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आफताब ने जिस बेरहमी और निर्ममता के साथ श्रद्धा की हत्या की और उसके शव के टुकड़े किए वो दिल दहलाने वाला है. पुलिस अभी उसे क्राइम सीन पर ले जाकर सबूत जुटाने में लगी है. अपनी गर्लफ्रेंड के शव के 35 टुकड़े करके दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फेंकने वाला आफताब काफी शातिर है. वह पुलिस को बरगला रहा है. आइए आपको बताते हैं कैसे दिया गया श्रद्धा हत्याकांड को अंजाम..


श्रद्धा ने अपने पिता से विरोध कर आफताब के साथ घर बसाने का सपना देखा था. पिता अपनी बेटी को आफताब पर चेताया भी था, लेकिन प्यार के चक्कर में उसने अपने पिता की मांग ठुकरा दी. उनसे आफताब पर काफी भरोसा था, लेकिन आफताब ने उसके साथ जो हैवानियत की वो रूह कंपाने वाली है. मई में उसकी बेरहम हत्या कर उसके शव को ठिकाने लगा दिया था.


अनुपमा गुलाटी हत्याकांड दिलाई याद
दिल्ली के श्रद्धा वाकर हत्याकांड ने 12 साल पहले देहरादून के अनुपमा गुलाटी हत्याकांड की यादें ताजा कर दी हैं. आपको बता दें कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने दंरिदगी की हदें पार करते हुए अपनी पत्नी अनुपमा गुलाटी की हत्या करने के बाद उसके शव के 72 टुकड़े कर दिए थे. आरोपी आफताब भी अनुपमा गुलाटी मर्डर केस से प्रभावित था. आफताब पूनावाला की सर्च हिस्ट्री से पता चला वो अनुपमा गुलाटी हत्याकांड से प्रेरित था. 


सात साल के अफेयर के बाद की थी शादी
दिल्ली के सत्य निकेतन के राजेश गुलाटी की द्वारका इलाके की रहने वाली अनुपमा से 1992 में अमेरिका में मुलाकात हुई थी. उसी ने ही खुद अनुपमा को एमसीए भी कराया था. दोनों का सात साल अफेयर चला. उसके बाद दोनों की 1999 में शादी हो गई. दोनों के बीच सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा था. अनुपमा 2008 में अमेरिका से लौटने के बाद बच्चों के साथ मायके में रहने लगी. दोनों के बीच मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंच गया था. इन दोनों के दो बच्चे थे. 


ऐसे हुआ था हत्याकांड का खुलासा
पत्नी के शव के 72 टुकड़े करने के बाद उसने डीपफ्रीजर में रख दिया था और एक-एक कर मसूरी की वादियों में फेंक दिया. इस सनसनीखेज घटना का खुलासा तब हुआ जब महिला का भाई उसके घर पहुंचा. उसने घर की तलाशी ली तो उसके होश उड़ गए. घर में रखे डीपफ्रीजर में उसकी बहन के 27 टुकड़े बरामद हुए, जो पालीथीन में पैक थे. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था. सितंबर 2017 में स्थानीय अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद राजेश गुलाटी, फिलहाल देहरादून की सुद्दोवाला जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. राजेश को अपनी पत्नी की हत्या करने का कोई गम नहीं था.


आरोपी आफताब का होगा नार्को टेस्ट
दिल्ली के साकेत कोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब नार्को टेस्ट करने की इजाजत दी है. कोर्ट से परमिशन मिलने के बाद अब आरोपी आफताब पूनावाला का नार्को टेस्ट किया जाएगा. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से आफताब के नार्को टेस्ट की अनुमति मांगी थी.



मानव शरीर की संरचना के बारे में पढ़ा था
दिल्ली पुलिस ने बताया कि आरोपी आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने से पहले मानव शरीर की संरचना के बारे में पढ़ा था, ताकि वो श्रद्धा के शरीर को आसानी से टुकड़ों मे काट पाए. इतना ही नहीं वो 10 दिनों तक श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट को भी चलाता रहा, जिससे किसी को श्रद्धा के बारे में कोई संदेह न हो.



पूछताछ के लिए महाराष्ट्र के मानिकपुर गया था आरोपी
पीड़िता श्रद्धा महाराष्ट्र की रहने वाली थी. उसके परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, उसने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं. आफताब का परिवार अब लापता है.


संजय राउत का बड़ा बयान
श्रद्धा हत्याकांड पर शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, 'श्रद्धा की जिस तरह से हत्या हुई और जो हमें सबूत दिख रहे हैं उस आधार पर ऐसे लोगों को खुले बाजार में फांसी पर लटकाना चाहिए. इसे लव-जिहाद कहें या कुछ कहें, लेकिन लड़कियां तो हमारी मर रही हैं. कानून कुछ नहीं करेगा, समाज को ही उतरना पड़ेगा.



सबूत तलाशने जंगल पहुंची पुलिस
दिल्ली पुलिस श्रद्धा हत्याकांड की जांच के लिए बुधवार सुबह महरौली के जंगल में डॉग स्क्वाड के साथ पहुंची. इस मामले में पुलिस लगातार सबूतों की तलाश में जुटी हुई है. जंगल में कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. वहीं, आरोपी के फ्लैट पर पहुंच कर पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया, ताकि पता लगाया जा सके कि आफताब ने कैसे हत्या को अंजाम दिया.



आरोपी को नहीं था कोई पछतावा
श्रद्धा वाकर की हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला को जब महाराष्ट्र की मानिकपुर पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में पूछताछ के लिए बुलाया था, तब उसके चेहरे पर पछतावे का कोई भाव नहीं था और वह आत्मविश्वास से भरा नजर आ रहा था. सहायक पुलिस निरीक्षक संपतराव पाटिल ने कहा कि कॉल सेंटर कर्मी वाकर के लापता होने के बाद जब उसके परिवार ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई, तो पालघर के वसई कस्बे की मानिकपुर पुलिस ने पूनावाला को पिछले महीने और फिर तीन नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था.


श्रद्धा को आफताब पर था शक
कॉल सेंटर कर्मी श्रद्धा वाकर की हत्या के मामले में एक सामाजिक कार्यकर्ता ने दावा किया है कि श्रद्धा को अपने लिव-इन साथी आफताब पूनावाला पर धोखा देने का शक था. श्रद्धा के साथ मुंबई के एक समुद्र तट पर सफाई अभियान में शामिल हो चुकी सामाजिक कार्यकर्ता श्रेहा धरगलकर ने बताया कि श्रद्धा सफाई अभियान के दौरान काफी शांत और गुमसुम रहती थी.


सीबीआई कर सकती है जांच
श्रद्धा हत्याकांड की जांच सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी को सौंपी जा सकती है. हालांकि अभी इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.



श्रद्धा के बैंक अकाउंट से हुआ था 54,000 रुपए का ट्रांजेक्शन
आफताब का पहला झूठ तब पकड़ा गया, जब पुलिस ने उनके अकाउंट के बैंक स्टेटमेंट की जांच की और पाया कि 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट ऐप से आफताब के खाते में 54,000 रुपए का लेनदेन हुआ था. यह आफताब के पहले बयान का खंडन करता है कि वह 22 मई के बाद श्रद्धा के संपर्क में नहीं था. पुलिस ने पाया कि श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से 31 मई को एक चैट हुई थी. लोकेशन महरौली में ट्रेस की गई थी.


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