मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में राजस्थान बना रहा विशेष पहचान, इलाज के लिए पहुंच रहे विदेशी
Advertisement

मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में राजस्थान बना रहा विशेष पहचान, इलाज के लिए पहुंच रहे विदेशी

एशियाई देशों में अगर स्वास्थ्य पर्यटन की बात करें तो फिलहाल भारत को इसमें लोगों का नंबर वन पसंदीदा देश माना जाता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Jaipur: मेडिकल टूरिज्म (Medical Tourism) के क्षेत्र में राजस्थान धीरे-धीरे एक विशेष पहचान बना चुका है. अन्य देशों से विदेशी नागरिक अब तक सिर्फ राजस्थान भ्रमण पर आते थे और यहां की मेहमाननवाजी से रूबरू होते थे. अब वो भ्रमण के साथ-साथ अपना इलाज कराने के लिए भी राजस्थान को चुन रहे है. 

यह भी पढ़ेंः Rajasthan सरकार की नई नीति, अनछुए पर्यटन स्थलों पर पहुंचेगा विभाग

एशियाई देशों में अगर स्वास्थ्य पर्यटन की बात करें तो फिलहाल भारत को इसमें लोगों का नंबर वन पसंदीदा देश माना जाता है. हालांकि थाईलैंड, सिंगापुर, चीन और जापान जैसे देश भी अब ऐसे पर्यटकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन भारत में इलाज सस्ता और आधुनिकतम है. 

राजस्थान में मेडिकल टूरिज्म तेजी से बढ़ा है
यहां चिकित्सा तकनीकों और उपकरणों की उपलब्धता के साथ ही विदेशियों को भाषा की समस्या नहीं होती है. यहां आमतौर पर अंग्रेजी समझने वाले लोग मिल जाते हैं और अन्य भाषाओं के लोगों की सेवाएं भी यहां आसानी से उपलब्ध हैं. बीते कुछ सालों के अंदर राजस्थान में मेडिकल टूरिज्म तेजी से बढ़ा है. राजस्थान की मेहमाननवाजी को कौन नहीं जानता लेकिन अब राजस्थान के चिकित्सा क्षेत्र की उपलब्धियों को भी दूसरे देश जान रहे है. 

मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में काम कर रहे जयपुर के विनोद प्रजापति का कहना है कि कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण से पहले तकरीबन 200 से 300 मरीज विदेश से अपना इलाज कराने जयपुर पहुंच रहे थे लेकिन कोविड-19 संक्रमण के दौरान मेडिकल टूरिज्म पर थोड़ा असर पड़ा. वहीं, अब एक बार फिर से यह पटरी पर लौटने लगा है और हाल ही में नाइजीरिया के एक युवक की कार्डियक सर्जरी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में की गई है. 

जयपुर में इलाज काफी सस्ता है
आमतौर पर खाड़ी और अफ्रीकन देशों से लोग सबसे अधिक इलाज करवाने जयपुर पहुंच रहे हैं लेकिन हाल ही में एक अमेरिकन महिला की स्पाइन सर्जरी जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में की गई है. देश के अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान और खासकर जयपुर में इलाज काफी सस्ता है. ऐसे में मेडिकल टूरिज्म के तहत देश में आने वाले विदेशी मरीजों की पहली पसंद जयपुर बनता जा रहा है. राजस्थान के सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों में इलाज अन्य राज्य और देशों के मुकाबले काफी सस्ता है.

यह भी पढ़ेंः IRCTC लेकर आया पर्यटकों के लिए 6 दिन का पैकेज, जानें क्या है खास

राजस्थान पर्यटन के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखता है. ऐसे में राजस्थान धीरे-धीरे पहली पसंद बनता जा रहा है. सवाई मानसिंह अस्पताल में बन रहे आईपीडी टावर में मेडिकल टूरिज्म को देखते हुए अलग से वर्ल्ड क्लास वार्ड, कॉटेज और कैफिटेरिया जैसी आधुनिक व्यवस्था तैयार की जाएगी ताकि मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके. 

युवक का दिल सिर्फ 30% काम कर रहा था
जयपुर में सवाई मानसिंह अस्पताल (Sawai Mansingh Hospital) के अलावा निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवाने विदेशी लोग पहुंच रहे हैं. वहीं, बीते 2 महीने की बात की जाए तो जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में दो बड़े ऑपरेशन हो चुके हैं, जिनमें 48 वर्षीय अमेरिकन महिला की स्पाइन सर्जरी हुई है, जो काफी समय से कमर दर्द से पीड़ित थी. इसके अलावा हाल ही में नाइजीरिया के एक 19 वर्षीय युवक की हार्ट सर्जरी भी की गई है. इस युवक का दिल सिर्फ 30% काम कर रहा था.

एसएमएस अस्पताल मेडिकल टूरिज्म को लेकर काम भी कर रहा है. जल्द ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से एक कमेटी बनाई जाएगी, जिसके तहत विदेश से आने वाले मरीजों को इलाज में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. ऐसे में कहा जा सकता है कि विकासशील देशों से ही नहीं, बल्कि विकसित देशों से भी मरीज अपना इलाज करवाने जयपुर पहुंच रहे हैं.

Trending news