हेलीकॉप्टर से हुई दो बहनों की विदाई, गांव में नहीं हुई थी ऐसी कोई शादी
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हेलीकॉप्टर से हुई दो बहनों की विदाई, गांव में नहीं हुई थी ऐसी कोई शादी

 दौसा जिले के महुवा उपखण्ड क्षेत्र में हुए एक शादी समारोह (Wedding Function) में हेलीकॉप्टर (Helicopter) से दुल्हनों की विदाई (Bride Farewell) खासा चर्चा का विषय बना हुआ है. 

हेलीकॉप्टर से हुई दो बहनों की विदा

Dausa: दौसा जिले के महुवा उपखण्ड क्षेत्र में हुए एक शादी समारोह (Wedding Function) में हेलीकॉप्टर (Helicopter) से दुल्हनों की विदाई (Bride Farewell) खासा चर्चा का विषय बना हुआ है. जैसे ही हेलीकॉप्टर दुल्हनों को लेने पहुंचा तो दूर-दराज से लोग हेलीकॉप्टर देखने के लिए आ गए. ये शादी गांव से लेकर शहर तक चर्चा में है. यहां करौली जिले के हिण्डौनसिटी के पूंछरी गांव निवासी बाबू पहलवान के दो बेटों का रिश्ता महुवा क्षेत्र के शीशवाडा निवासी रामजीलाल पटेल की पौत्रियों से तय हुआ था. जिनकी बीती रात शादी संपन्न होने के बाद आज सुबह विदाई हेलिकॉप्टर से हुई. खबरों की मानें तो दूल्हे की पिता की इच्छा थी कि वो अपने बेटे की दुल्हनों को हेलीकॉप्टर में विदा कराकर घर लेकर आए.

दो सगे भाइयों से हुई है दो सगी बहनों की शादी
दूल्हे दोनों भाई सरकारी सेवा में है और महवा के शीशवाडा गांव में शादी रचाने आए एक दुल्हा नरेंद्र सिंह स्कूल लेक्चरर, जबकि दूसरा सुरेंद्र सिंह राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल है. इनकी शादी शीशवाडा के जितेंद्र चौधरी की बेटी सोनम और शीतल के साथ हुई. दुल्हनों के पिता भी राजस्थान पुलिस में हैं, जिसने सीआरपीएफ (CRPF) में तैनात अपने बड़े भाई दिनेश देशवाल और आर्मी में जवान छोटे भाई भूपेंद्र चौधरी के साथ बेटियों को हेलिकॉप्टर में बिठाकर ससुराल के लिए विदा किया. जिसके लिए गांव के पास हेलिपेड बनाया गया था.

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हेलीकॉप्टर देखने के लिए उमड़ पड़े लोग
दुल्हन बहनों की विदाई देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई. हेलीकॉप्टर के लिए एसडीएम से अनुमति ली गई थी, जिसके चलते पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रही. लोग विदाई के दौरान दूल्हा-दुल्हन के साथ हेलीकॉप्टर देखने के लिए उमड़ पड़े. यहां गांव के पास जैसे ही हेलीकॉप्टर उतरा, उसके आसपास भीड़ इक्ठ्ठा हो गई. लोग बड़ी ही उत्सुक्ता से हेलीकॉप्टर को देखते रहे.

इस मौके पर लड़के और लड़की के परिजनों ने मिलकर दूल्हे और दुल्हनों को हेलीकॉप्टर में बैठाया. दुल्हन के भाई डॉ. बोससिंह, विश्वेन्द्र और अवधेश का कहना था कि उनकी बहनों की ऐसी विदाई को देखकर अच्छा लग रहा है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक उनके गांव में ऐसी कोई शादी नहीं हुई है, जिसमें हेलीकॉप्टर आया हो. 

बेटियों को इतना मान कहीं न कहीं सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम का भी एक बड़ा हिस्सा है, जहां शिक्षा का पैमाना बढ़ा तो बेटियों का भी मान सम्मान बढ़ रहा है. जिस तरीके से दौसा के महवा में शादी के बाद दो सगी बहनों को दोनों सगे भाई बने दूल्हे और उनके परिजन बड़े ही मान सम्मान के साथ दोनों दुल्हनों को हेलीकॉप्टर में विदा कर ले गए. यह वधू पक्ष के लिए भी एक बड़ा हर्ष का विषय रहा और वधू पक्ष के लोग अपनी बेटियों की हेलीकॉप्टर से विदाई देखकर फुले नहीं समा रहे. वहीं वर पक्ष ने भी दुल्हनों के मान सम्मान में कोई कसर नहीं छोड़ी.

Report-LAXMI AVATAR SHARMA

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