पीसीसी चीफ और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के रिश्तेदारों को आर एस भर्ती परीक्षा में इंटरव्यू में समान अंक मिलने के मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
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Jaipur : पीसीसी चीफ और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के रिश्तेदारों को आर एस भर्ती परीक्षा में इंटरव्यू में समान अंक मिलने के मामले में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रदेश में इस मामले को लेकर चारों तरफ हल्ला मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर शिक्षा मंत्री (Govind Singh Dotasra) को ट्रोल किया जा रहा है. एडवोकेट गोवर्धन सिंह ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला रख रखा. एडवोकेट गोवर्धन सिंह ने भी सरकारी भर्ती परीक्षाओं में साक्षात्कार का सिस्टम खत्म करने की मांग की है तो इधर अब बीजेपी भी गोविंद सिंह डोटासरा को घेरने की कोशिश कर रही है.
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बीजेपी प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा (MLA Ramlal Sharma) अब गोविंद सिंह डोटासरा से इस्तीफा मांग रहे हैं. रामलाल शर्मा ने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा को संघ के नाम का फोबिया हो गया है. उठते, जागते, बैठते, बोलते समय गोविंद सिंह डोटासरा केवल संघ को अपने निशाने पर रखते हैं. इसके केवल दो ही कारण हैं पहला सोनिया गांधी को खुश रख कर अपने पद पर बने रहना चाहते हैं और दूसरा आने वाले विधानसभा चुनाव में संघ ही डोटासरा को चुनाव में चुनौती देगा.
रामलाल शर्मा ने कहा नैतिकता और संवेदनशीलता के आधार पर जब तक मामले की जांच नहीं होती है तब तक डोटासरा को इस्तीफा दे देना चाहिए और जब जांच में निर्दोष साबित हो जाएंगे तो प्रदेश में एक क्या पांच पांच विभागों को संभाल सकते हैं. रामलाल शर्मा ने गोविंद सिंह डोटासरा पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि डोटासरा की कार्यशैली भ्रष्टाचार के अखंड में डूबी हुई है. अपनी कार्यशैली को सुधारने के लिए प्रदेश की जनता के हितों को देखते हुए अपने आप को निर्दोष साबित करना चाहते हो तो पहले अपने पद से इस्तीफा दे. जांच होने के बाद कि डोटासरा इस कलंक से मुक्ति मिल पाएगी.
रिपोर्ट : प्रदीप सोनी
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