डाकू जगन को चुनौती देने वाले विधायक ने विधानसभा में दिया सुझाव- सरल हो हथियार लाइसेंस प्रक्रिया
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डाकू जगन को चुनौती देने वाले विधायक ने विधानसभा में दिया सुझाव- सरल हो हथियार लाइसेंस प्रक्रिया

अपराध रोकने के लिए बाड़ी विधायक गिर्राज मलिंगा का सरकार को सुझाव- सरल हो हथियार लाइसेंस की प्रक्रिया. विदेश में तो पान लाने या राशन कार्ड की कॉपी से सामान लाने जैसा है हथियार लाइसेंस प्रक्रिया. 

डाकू जगन को चुनौती देने वाले विधायक ने विधानसभा में दिया सुझाव- सरल हो हथियार लाइसेंस प्रक्रिया

Jaipur: राजस्थान विधानसभा में बुधवार को पुलिस और जेल विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा हुई. इस दौरान कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा की राय कुछ अनोखी थी. गिर्राज मलिंगा ने प्रदेश में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए हथियार लाइसेंस की प्रक्रिया के सरलीकरण का सुझाव दिया. मलिंगा ने कहा कि प्रदेश में हर घर में एक हथियार होना चाहिए जिससे आम आदमी भी दबंगों और गुंडागर्दी करने वालों का मुकाबला कर सके. मलिंगा ने सुझाव देते हुए कहा कि सरकार को हथियार लाइसेंस तो राशन कार्ड के आधार पर ही जारी करना शुरू कर देना चाहिए.

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प्रदेश में अपराधियों पर रोकथाम के लिए बाड़ी विधायक गिर्राज मलिंगा ने पुलिस को ज्यादा संसाधन मुहैया कराने की पैरवी की. उन्होंने कहा कि पुलिस की नगरी बढ़ानी चाहिए. उनके पास आधुनिक हथियार और तेज रफ्तार वाली गाड़ियां होनी चाहिए. मलिंगा ने कहा कि गुंडे बदमाशों के पास तेज रफ्तार से भागने वाली गाड़ियां होती है. जबकि पुलिस के पास साधारण जीप होती है. ऐसी स्थिति में गुंडों की फॉर्च्यूनर का मुकाबला पुलिस की धीमी रफ्तार की गाड़ी नहीं कर सकती. 

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मलिंगा ने कहा कि पुलिस के साथ ही आम जनता की भी जिम्मेदारी होती है. उन्होंने कहा कि आम जनता को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराने और मजबूत बनाने के लिए हथियार लाइसेंस की प्रक्रिया आसान करनी चाहिए. गिर्राज मलिंगा ने कहा कि विदेशों में भी देखा गया है कि आमतौर पर वहां हर घर में एक हथियार होता है, जिससे कोई भी लुटेरा या असामाजिक तत्व आने की स्थिति में वह लोग मुकाबला कर सकते हैं. मलिंगा ने कहा कि राजस्थान में भी हथियार लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया आसान बनाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हथियार लाइसेंस तो केवल पान खरीदने या राशन कार्ड की कॉपी के आधार कोई सामान लेने जितना आसान ही होना चाहिए. मलिंगा ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो आम आदमी को अपराधियों से लड़ने में थोड़ा हौसला मिलेगा और प्रदेश में अपराध पर लगाम कसी जा सकेगी.

घर में हथियार हो तो कोई गुंडा आसानी से नहीं कर सकता हमला- मलिंगा
मलिंगा ने कहा कि अपराध की जितनी भी वारदात होती हैं, उनमें अधिकांश दो नंबर के हथियार से ही होती है. लाइसेंसी हथियार से कोई वारदात नहीं करता. उन्होंने कहा कि जब गुंडे और डकैत भी किसी पर हमला करते हैं तो वह यह देखते हैं कि उसके घर में हथियार तो नहीं है. अगर आम आदमी के घर में हथियार होगा तो वह गुंडों का जवाब दे सकेगा. 

जगन गुर्जर के सरेंडर पर भी मलिंगा ने उठाए सवाल
पूर्व संसदीय सचिव और बाड़ी से विधायक गिर्राज मलिंगा ने डकैत जगन गुर्जर के सरेंडर किए जाने पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आखिर जगन गुर्जर का सरेंडर किन परिस्थितियों में हुआ? मलिंगा ने कहा कि जो पुलिसकर्मी जगन गुर्जर की मदद करते थे, उन्हीं तीन पुलिस वालों के सामने उसने सरेंडर किया. मलिंगा बोले कि उन्हें किसी चवन्नी छाप गुंडे का डर बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन उनका सवाल यह है कि आखिर इतना कुख्यात अपराधी था, तो उसका सरेंडर कराने की जरूरत ही क्या थी?

मलिंगा ने की सिपाही के प्रमोशन में पारदर्शिता की मांग
गिर्राज मलिंगा ने पुलिस की अनुदान मांग पर बोलते हुए कहा कि कॉन्स्टेबल जैसे छोटे पद वाले पुलिसकर्मियों के प्रमोशन भी उचित संख्या में होने चाहिए. मलिंगा ने कहा कि कई बार आईजी और दूसरे अफसर जिनके हाथ में पुलिस के प्रमोशन होते हैं वह अपने पसंदीदा कांस्टेबल का प्रमोशन करवा देते हैं. मलिंगा ने कहा कि उन्हें अफसरों की डांट भी खानी पड़ती है. 

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