PM Modi के विजन के तहत राजस्थान की महिलाओं ने कर दिखाया यह कमाल...
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PM Modi के विजन के तहत राजस्थान की महिलाओं ने कर दिखाया यह कमाल...

 देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना "आत्मनिर्भर भारत" " वोकल फॉर लोकल " के साथ "मेक इन इंडिया" साकार होता नजर आ रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना से जारी जंग के बीच प्रदेश के युवा महिला उद्यमी द्वारा निर्मित वस्तुएं अब बाजार में ज्यादा बिकने लगी है.

''स्वयंसिद्धा'' हस्तशिल्प प्रदर्शनी

Jaipur: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना "आत्मनिर्भर भारत" " वोकल फॉर लोकल " (Vocal For Local) के साथ "मेक इन इंडिया" (Make In India) साकार होता नजर आ रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना से जारी जंग के बीच प्रदेश के युवा महिला उद्यमी द्वारा निर्मित वस्तुएं अब बाजार में ज्यादा बिकने लगी है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर होकर परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और वोकल फार लोकल के आह्वान से प्रेरित हो कर महिलाएं स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ जोड़ कर खुद को रोजगार मुखी कर रही हैं. इसी कड़ी में राजधानी जयपुर में आयोजित तीन दिवसीय ''स्वयंसिद्धा'' हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आज समापन हुआ. यह प्रदर्शनी लघु उद्योग भारती जयपुर अंचल महिला इकाई की ओर से आयोजित की गई. महिलाओं ने बताया कुछ समय पहले तक वह घर में रहकर घुंघट की आड में अपना जीवन व्यतीत कर रही थी. लेकिन बदलाव के इस दौर में महिलाओं ने घर में रहकर कई तरह के साबुन, कपड़े के थैले, जूतियां, महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन, चूड़ी सहित अन्य घरेलू वस्तुएं बनाना शुरू करा. पहले वह अपना सामान गांव के आसपास ही बिक्री के लिए लेकर जाती थी लेकिन बदलते समय में वह अब राजधानी जयपुर में अपना हस्तनिर्मित घरेलू उत्पाद लेकर आती हैं और यहां बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं. जिसके चलते वह आज सम्मान की जिंदगी जी रही हैं. 

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इसी के साथ के केंद्र और राज्य सरकार महिलाओं के उत्थान में कई बड़े फैसले ले रही हैं. प्रदेश में लगने वाले हस्तशिल्प मेलों में महिला सहायता समूह द्वारा उत्पादों की बिक्री के लिए उन्हें फ्री में स्टाल उपलब्ध करवाई जाती है. इसी के साथ ही उनके रहने खाने पीने और सामान को लाने ले जाने का खर्चा भी सरकार वहन करती है, जिससे उन पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता. वहीं प्रदेश की सक्षम महिलाएं भी ऐसे मेलों में ज्यादा सामान की खरीदारी करती है जिसके चलते उनके उत्पाद जल्द बिक जाएं और उन्हें उचित मुनाफा मिलें. 

प्रदर्शनी में राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्णाटक, आंध्रप्रदेश और पंजाब समेत कुल 6 प्रदेशों की महिला उद्यमी अपने उत्पादों को शोकेस करा. प्रदर्शनी में स्वीट्स-कुकीज, मसाले, हैंडीक्राफ्ट, फुटवियर, ईको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स, आर्टिफिशियल जूलरी, होम फर्नीचर और दैनिक जीवन में काम आने वाले अन्य उत्पाद भी बिक्री के लिए उपलब्ध हुए. यह प्रदर्शनी बी2बी, बी2सी और बी2जी की तर्ज पर सभी व्यापारियों के लिए नई संभावनाएं उपलब्ध कराई. अपनी कला को निखारते हुए महिलाएं घर पर ही रचनात्मक वस्तुएं तैयार कर उसे बाजार में उतार रही हैं. बुलंद हौसलों को समेटे देश आत्मनिर्भरता से आत्मविश्वास की ओर कदम बढ़ा रहा है. यही वजह है की कई दूसरे घरों को भी आर्थिक रूप से मजबूत आधार मिल रहा है.

Reporter: Anoop Sharma

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