Jaipur: राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ (Rajasthan Unemployed Federation State) के बैनर तले पिछले 19 दिनों से शहीद स्मारक (Shahid Smarak) पर महापड़ाव दिया जा रहा है. 21 सूत्री मांगों को लेकर दिए जा रहे इस महापड़ाव में विभिन्न भर्तियों से जुड़े हुए बेरोजगार आंदोलन की राह पर डटे हैं. 


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मांगों को लेकर पहले जहां 7 दिनों तक आमरण अनशन किया तो वहीं आश्वासन के बाद अनशन तोड़ा गया, जिसके बाद शिक्षा और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से वार्ता का पहला दौर चला. लेकिन दूसरे दौर में वार्ता सफल नहीं होने के चलते बेरोजगारों ने अब अपने आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दे डाली है. महासंघ की ओर से धरना स्थल पर ही काली दिवाली मनाने का फैसला लिया है तो वहीं उसके बाद बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश कूच कर अपनी समस्या को प्रियंका गांधी के सामने रखने का भी फैसला लिया है. 


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राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि 'इस बार आर-पार की लड़ाई के साथ आंदोलन की शुरुआत की गई है, पहले दौर की वार्ता सफल रही थी लेकिन दूसरे दौर की वार्ता के बाद अब आंदोलन को और बढ़ाने का फैसला लिया है. अगर जल्द ही मांगों पर सहमति नहीं बनती है तो धरना स्थल पर काली दिवाली मनाकर उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी संख्या में बेरोजगार कूच करेंगे. साथ ही दिसंबर में राजस्थान में बेरोजगार जनजागरण अभियान भी चलाया जाएगा.'