केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari पहुंचे धनावड़ गांव, दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का किया निरीक्षण
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan987498

केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari पहुंचे धनावड़ गांव, दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का किया निरीक्षण

 हेलीकॉप्टर से पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले सोमाडा गांव तक एक्सप्रेसवे निर्माण कार्यों का जायजा लिया.

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) धनावड़ गांव पहुंचे हैं

Dausa: 90 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Greenfield Expressway) का निरीक्षण करने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) धनावड़ गांव पहुंचे हैं. हेलीकॉप्टर से पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने सबसे पहले सोमाडा गांव तक एक्सप्रेसवे निर्माण कार्यों का जायजा लिया. इसके बाद रेस्ट एरिया में मॉडल की प्रदर्शनी का अवलोकन कर निर्माण कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उनके साथ आई तकनीकी टीम ने सड़क की मजबूती व गुणवत्ता की जांच की. लोकसभा सांसद जसकोर मीणा (Jaskor Meena), राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा (Dr. Kirodi Lal Meena), ऊर्जा मंत्री बीड़ी कल्ला (BD Kalla), बांदीकुई विधायक जीआर खटाना समेत एनएचएआई के अधिकारी और भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे.

यह भी पढे़- CM Gehlot का स्वास्थ्य अब बेहतर, ट्वीट कर दी जानकारी

मंत्री ने कहा कि रणथंबोर और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (Mukundara Hills Tiger Reserve) से निकलने वाली एक्सप्रेस-वे को ओवरब्रिज बनाकर निकाला जाएगा. जिससे कि सेंचुरी में रहने वाले जीव-जंतुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो. इसके साथ ही एंबुलेंस व गाड़ियों के हॉर्न में भी चेंज किया जाएगा. इसमे तबला, शंख, हारमोनियम आदि भारतीय वाद्य यंत्रों की आवाज़ के हॉर्न तैयार कर गाड़ियों में लगाए जाएंगे.

GPS सिस्टम से होगा टोल भुगतान 
नेशनल हाईवे (National Highway) व एक्सप्रेसवे पर टोल नीति में बदलाव की बात कहते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि आगामी 2 साल में जीपीएस सिस्टम (GPS System) से टोल की व्यवस्था शुरू की जाएगी. इसमें एक सॉफ्टवेयर तैयार कर जिसे सेटेलाइट व जीपीएस से कनेक्ट किया जाएगा. इसके बाद जो भी वाहन हाईवे पर जितने भी किलोमीटर चलेगा, उसे उतना ही तो टोल देना होगा. मंत्री ने कुछ विशेष कैटेगरी के अलावा पत्रकार व अन्य लोगों को सोल में छूट देने से भी साफ इंकार कर दिया.

यह भी पढे़- Chomu नगरपालिका में डेढ़ करोड़ का टेंडर घोटाला, ACB से की गई शिकायत

नेताओं पर चुटकी लेते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक्सप्रेसवे बनने की भनक लगते ही नेताओं व बड़े लोगों द्वारा हाईवे के आसपास कौड़ियों के भाव जमीन खरीद ली जाती है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में किसान भाइयों से अपील करता हूं कि कोई भी अपनी जमीन को किसी बिल्डर या अन्य किसी को नहीं बेचे, बल्कि किसी डेवलपर के साथ मिलकर अपना बिजनेस शुरू करें जिससे कि युवाओं को रोजगार मिल सके.

राज्य सरकार बनाएं औद्योगिक कॉरिडोर
केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला से कहा कि एक्सप्रेस हाईवे बनने के बाद इसके आसपास की जमीन का अधिग्रहण कर इसमें औद्योगिक कॉरिडोर (industrial corridor) बनाया जाना चाहिए, जिससे कि युवाओं को रोजगार मिल सके. इसके साथ ही एक्सप्रेस वे के किनारे फलदार पौधे लगाने के लिए सांसद जसकोर मीणा को निर्देश दिए.

यह भी पढे़- REET 2021 Admit Card Update: एडमिट कार्ड आज हो सकता है जारी, ऐसे करेंगे Download

जयपुर रिंग रोड़ से जुड़ेगा एक्सप्रेसवे
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे को जयपुर रिंग रोड (Jaipur Ring Road) से जोड़ा जाएगा. इससे दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी. अब जयपुर के लोग गुरुग्राम (Gurugram) की बजाय एक्सप्रेस वे से सीधे दिल्ली पहुंच सकेंगे. दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे भारत माला परियोजना (Bharat Mala Project) के तहत देश की राजधानी दिल्ली को देश की वाणिज्य राजधानी मुम्बई से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण परियोजना है. लगभग 1350 किमी लंबे इस हाइवे के बनाने पर केंद्र सरकार 90 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है. इस प्रोजेक्ट को जनवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है. यह हाइवे देश के 5 राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा.

डेडीकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फोर लेन बनेगी 
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे में अभी 8 लेन बनाए जा रहे हैं. इनके अलावा 4 लेन और बढ़ाए जाएंगे. 2 जाने और 2 आने के लिए. यह चारों लेन सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle) के लिए होंगे. यह देश का पहला एक्सप्रेस वे होगा जिस पर डेडीकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फोर लेन होगी. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे (Greenfield Expressway) के बनकर तैयार हो जाने से केवल समय ही नहीं बचाएगा बल्कि प्रदूषण भी कम होगा. एक्सप्रेस वे के किनारे टाउनशिप और स्मार्ट सिटी बनाने का भी प्रस्ताव है जिसका सर्वे जारी है.

यह भी पढे़- राजस्थान का ये खिलाड़ी दिल्ली कैपिटल से खेलेगा IPL 2021, परिवार में छाई खुशी

दिल्ली-मुम्बई के बीच 150 किलोमीटर की दूरी घटेगी
अभी मुंबई से दिल्ली तक का सफर 25 घंटे में पूरा होता है जो एक्सप्रेस हाइवे बनने के बाद 13 घंटे में सफर तय कर लेंगे. दिल्ली-मुम्बई के बीच 150 किलोमीटर की दूरी घटेगी. दिल्ली से दौसा (Dausa) तक का निर्माण दिसंबर तक होगा पूरा हो जाएगा. इसे लेकर एक्सप्रेस वे का निर्माण तेज गति से चल रहा है. दिल्ली से दौसा तक का 280 किलोमीटर हाइवे का निर्माण दिसम्बर तक पूरा हो जाएगा. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट 2018 में शुरू हुआ तथा 9 मार्च 2019 को इसकी आधारशिला रखी गई.

रेस्ट एरिया में ये होगी सुविधाएं
एक्सप्रेस वे का धनावड़ में बन रहे रेस्ट एरिया में होटल, शॉपिंग कॉम्पलैक्स, पेट्रोल पम्प, अस्पताल, वर्क शॉप, हेलीपैड सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध होगी.
Report- LAXMI AVATAR SHARMA

 

Trending news