पेयजल मीटर को हाईटेक करने की कोशिश में जुटा जलदाय विभाग, एक बार फेल हो चुका Project!
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पेयजल मीटर को हाईटेक करने की कोशिश में जुटा जलदाय विभाग, एक बार फेल हो चुका Project!

प्रदेश को पानी पिलाने वाला जलदाय विभाग स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी में जुट गया है.

प्रदेश को पानी पिलाने वाला जलदाय विभाग स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी में जुट गया है.

Jaipur: राजस्थान (Rajasthan) में एक बार फिर से पेयजल मीटर (Drinking Water meter) को हाईटेक करने की तैयारी चल रही है. जलदाय विभाग (Water supply department) पायलट प्रोजेक्ट के तहत जयपुर (Jaipur) से इसकी शुरूआत करने जा रहा है, इससे पहले भी विभाग ने कई जगह स्मार्ट मीटर लगाकर सिस्टम को हाईकेट करने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें जलदाय विभाग पूरी तरह से फेल हुआ.

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प्रदेश को पानी पिलाने वाला जलदाय विभाग स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी में जुट गया है. राजधानी जयपुर के जवाहर नगर से इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत की जाएगी, जिसमें खास बात ये रहेगी कि सेंसर के जरिए मीटरों की रीडिंग आ सकेगी. उपभोक्ता रोजाना मोबाइल एप पर ये देख सकेगा कि आज कितना पानी खर्च किया? इसके साथ-साथ उपभोक्ताओं की ये भी शिकायतें दूर हो सकेंगी कि कहीं मीटर में पानी की जगह हवा तो नहीं आ रही, जिस कारण पानी का बिल ज्यादा आ रहा है. वहीं, पानी की चोरी भी इस सिस्टम से रूक सकेगी.

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5 करोड़ के प्रोजेक्ट में लगेंगे 6 हजार मीटर
5 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सबसे पहले 6 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. यदि प्रोजेक्ट सक्सेज रहा तो पूरे राजस्थान (Rajasthan) में इस प्रोजेक्ट को लागू किया जाएगा. जलदाय मंत्री बीडी कल्ला (BD Kalla) ने बजट में इसकी घोषणा की थी कि सबसे पहले उन घरों में मीटर बदले जाएंगे, जहां पुराने मीटर खराब पड़े हैं. 
जलदाय विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है लेकिन पीएचईडी विभाग ने इससे पहले भी विभाग को हाईटेक करने की कोशिश की थी, जिसमें जलदाय विभाग फैल हुआ था और वो प्रोजेक्ट बीच में ही बंद हो गया. स्मार्ट मीटर लगाने का काम अगस्त के अंत या सितंबर से शुरू होगा.

क्या अबकी बार पास होगा प्रोजेक्ट
ऐसे में अब सवाल ये है कि क्या अबकी बार ये प्रोजेक्ट पास होगा क्योंकि इससे पहले भी विभाग ने कोशिश की थी लेकिन सारी कोशिशों के बावजूद जलदाय विभाग फेल हुआ था.

 

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