अगर केंद्र सरकार अग्निपथ स्कीम वापस नहीं लेती है तो क्या होगा? सीएम गहलोत ने दिया ये जवाब
Advertisement

अगर केंद्र सरकार अग्निपथ स्कीम वापस नहीं लेती है तो क्या होगा? सीएम गहलोत ने दिया ये जवाब

सीएम गहलोत ने कहा कि अधिकारी भी तो इंसान ही होता है फिर चाहे वह इनकम टैक्स का हो या चाहे वो ईडी का हो. तमाम अधिकारी छापे डालने जाते हैं.

अगर केंद्र सरकार अग्निपथ स्कीम वापस नहीं लेती है तो क्या होगा? सीएम गहलोत ने दिया ये जवाब

Jaipur: सीएम अशोक गहलोत दिल्ली पहुंच गए हैं. सीएम अशोक गहलोत दिल्ली पहुंचते ही मीडिया से रूबरू हुए और मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दिया.

सवाल- आप फिर दिल्ली आए हैं और कल फिर राहुल गांधी से पूछताछ होने वाली है?

जवाब- राहुल गांधी से पूछताछ 3 दिन तो हो चुकी है और मैं समझता हूं कि वह ओपन हैं पर इस प्रकार के जो हालात देश में बन गए हैं. पूरा देश चिंतित है. ये राहुल गांधी का या सोनिया गांधी का सवाल नहीं है. पूरे देश के अंदर करीब 1700 मामलों में ईडी की कार्रवाइयां हुई और 9 लोगों को सजाएं मिलीं. प्रीमियर एजेंसियां सीबीआई, इनकम टैक्स हैं. इनको मजबूत करने का कर्त्तव्य हमारी सरकारों का है. पर जिस प्रकार का इंटरफेयरेंस हो रहा है, इनको आदेश दिए जा रहे हैं.

सीएम गहलोत ने कहा कि अधिकारी भी तो इंसान ही होता है फिर चाहे वह इनकम टैक्स का हो या चाहे वो ईडी का हो. तमाम अधिकारी छापे डालने जाते हैं. 7-7 दिन तक बाहर नहीं निकलते हैं. जब उनको बोला जाता है कि आपको यहां कुछ मिला ही नहीं है तो क्यों बैठे हो?  ऐसे में वह जवाब में कहते हैं कि हमें ऊपर से आदेश आएंगे तब बाहर निकलेंगे.

यह भी पढ़ें- RLP नेता हनुमान बेनीवाल 1 लाख युवाओं के साथ 27 जून को करेंगे अग्निपथ योजना का विरोध

सीएम ने कहा कि परसों कहा गया कि आप छापे डालिए, जबकि छापे डालने के पहले पूरी कार्रवाई होती है, जांच-पड़ताल होती है, रेकी होती है, असेसमेंट होता है कि क्या इनके यहां पर कैश मिलेगा या नहीं मिलेगा? सीएम गहलोत ने कहा कि मैं बार-बार रिपीट कर रहा हूं कि ये अच्छा नहीं हो रहा है और बिना मतलब राहुल गांधी को, सोनिया गांधी को जिनके परिवार ने सबकुछ देश को दे दिया कभी उनके त्याग और बलिदान की बात 'इन' लोगों ने नहीं की. अगर हम लोग सत्ता में लंबे समय तक रहे तो त्याग-बलिदान के कारण ही रहे थे. 

सीएम गहलोत ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कांग्रेस 70 साल तक डेमोक्रेसी को कायम नहीं रखती, तो आप कैसे प्रधानमंत्री बनते? उन्होंने कहा कि विपक्ष को मुंह की खानी पड़ेगी. सीएम ने कहा कि सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री पद छोड़ दिया. उनको ईडी का नोटिस दिलवा दिया गया. थोड़ी बहुत तो एजेंसी वालों को शर्म आनी चाहिए थी. सीएम ने कहा कि मेरा मानना है कि ये जो एक भी घटना हुई दिल्ली के अंदर 3 दिन तक आंदोलन चला.  एक जगह भी कोई पत्थरबाजी हुई? हिंसा हुई? हिंसा की तो पुलिस ने की.  कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा-घसीटा, एआईसीसी के दफ्तर में घुस गए.

सीएम ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन हुए हैं. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को वेलकम करना चाहिए था. सरकार को इसको वेलकम करना चाहिए था क्योंकि डेमोक्रेसी के अंदर धरना दे रहे हैं. मैं समझता हूं कि दिल्ली की पुलिस को अपना व्यवहार ठीक करना चाहिए. 

सवाल- आपने पिछली बार कॉम्प्रोमाइज करवाने की बात कही थी पिछली बार कि सरकार दबाव डाल रही है, जो आपके भाई साहब पर सीबीआई कार्रवाई और प्रदेश में सीबीडीटी का भी छापा राजस्थान में हो गया... तो क्या टार्गेट पर राजस्थान है?

जवाब- सीएम गहलोत ने जवाब में कहा कि 13 तारीख को मैंने सीबीआई के डायरेक्टर, ईडी के डायरेक्टर और सीबीडीटी के चेयरमैन साहब से मिलने का टाइम मांगा. मुझ से  मिलने में क्या हर्ज है? मैं फिर टाइम मांग रहा हूं. मैं सिर्फ अपनी बात उनके सामने रखना चाहता हूं. ये मेरा एक नागरिक के तौर पर भी हक है. स्टेट के मुख्यमंत्री के तौर पर क्या मैं टाइम नहीं मांग सकता? इनके पास जवाब कोई है? क्या मना करने का कोई तर्क है? मैंने 13 को टाइम मांगा सीबीआई ने 15 को एफआईआर दर्ज कर दी और 17 को छापा डाल दिया. 12 घंटे छापा चला. सीएम ने कहा कि राजनीति करने वाले नेताओं के भी भाई और परिवार के लोग होते हैं लेकिन हमारे खिलाफ कोई कार्रवाई करो तो मर्जी है मगर परिवार के लोगों को क्यों तंग कर रहे हो?

सवाल- कल शाम को राष्ट्रपति से भी मिलने का? कार्यक्रम है कांग्रेस के नेताओं का?

जवाब- वो तो कांग्रेस लीडरशिप तय करेगी और हम जाकर बातचीत करेंगे उनसे.

सवाल- राजस्थान से भी बड़ी मात्रा में नेता-कार्यकर्ता और मंत्री लोग आएंगे कल?

जवाब- वो तो सभी राज्यों से कहीं कम कहीं ज्यादा आ रहे हैं. 

सवाल- अग्निपथ योजना को लेकर लगातार युवा नाराज हैं, सरकार बार-बार संशोधन कर रही है, कांग्रेस पार्टी मांग कर रही है कि जब तक ये कानून वापस नहीं होगा, जब तक ये योजना वापस नहीं होगी, आगे की क्या रणनीति है आपकी, अगर वापस नहीं लेते हैं तो?

जवाब- देखिए ये तो कांग्रेस लीडरशिप रणनीति बना रही है.  पार्लियामेंट के अंदर भी इसको लेकर चर्चा होनी चाहिए थी. ये पूरे मुल्क के फ्यूचर का सवाल है, सीमाओं की रक्षा का सवाल है. इतना बड़ा फैसला इन्होंने आनन-फानन में कर दिया., जैसे नोटबंदी की गई थी. आज बच्चे आग लगा रहे हैं. ट्रेन की बोगी में आग लगा रहे हैं. बसों में आग लगा रहे हैं, तोड़फोड़ हो रही है, तो ये सब रुकना चाहिए.

उन्होंने कहा कि रिटायर्ड बड़े-बड़े जो जनरल और कर्नल हैं वो सब एक स्वर में इसकी खिलाफत क्यों कर रहे हैं? उनको विश्वास में लेना चाहिए था. तीनों सेनाध्यक्ष हैं उनको खुद को बोलना पड़ रहा है, समझाना पड़ रहा है, अब जो समझा रहे हैं, बहुत भारी 'इनसे' चूक हुई. उसी का खामियाजा देश भुगत रहा है. .

अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

 

Trending news