Jaisalmer: सरहदी जिले जैसलमेर का रामगढ़ क्षेत्र जहां विशाल भूभाग में फैला हुआ है वही यहां इंदिरा गांधी नहरी बेल्ट होने के चलते गर्मियों के दिनों में झाड़ियों में आगजनी की वारदातें दिनोदिन बढ़ती ही जा रही है, लेकिन फायर बिर्गेड के अभाव में वहां मौजूद प्रशासन केवल मूकदर्शक व लाचार ही नजर आता है.


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रामगढ़ क्षेत्र में 24 घण्टो में आगजनी की दूसरी घटना
रामगढ़ क्षेत्र के इंदिरा गांधी नहर परियोजना के संचालन के चलते नहरी बेल्ट के आस-पास फैली झाड़ियों में आगजनी की घटनाएं जहां सामने आती रहती है. वहीं बीते 24 घण्टो में आगजनी की दूसरी वारदात है, जिसमें बुधवार रात जहां मुख्य नहर की 248 आरडी के पास भीषण आग लग गई थी. वहीं हवा के साथ ये आग करीब 400 से 500 मीटर के दायरे में फैल गई, जिस पर नहरी क्षेत्र के किसान मौके पर पहुंचे और अपने स्तर पर आग बुझाने के प्रयास शुरू किए.


वहीं सूचना देने पर रामगढ़ थाना व वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और अंततः किसानों व प्रशासन ने घण्टो कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और किसानों ने चेन की सांस ली.


वहीं गुरुवार शाम करीब 5:00 बजे तनोट वितरिका की झाड़ियों में भी आग लग गई, जिससे हड़कंप मच गया और करीब 700 मीटर के दायरे में ये आग फैल गई. 12 घंटे के अंतराल में हुई दूसरी आगजनी की घटना से लोगों में हड़कंप मच गया. वहीं आगजनी की सूचना पर क्षेत्रीय वन अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई व वन विभाग के कार्मिक मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किए.


फायर बिर्गेड के अभाव में दिक्कतों का कर रहे सामना
वहीं रामगढ़ थानाधिकारी अचलाराम ढाका ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों गर्मी की वजह से सुखी झाड़ियों में आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है. मगर रामगढ़ कस्बे में फायर ब्रिगेड नहीं होने के चलते बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. तनोट वितरिका में आग की घटना से पुलिस व प्रशासन मौके पर पहुंचा है और आग बुझाने के प्रयास जारी है. रामगढ़ क्षेत्र में आग की लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए यहां फायर बिर्गेड की सुविधा होना बहुत जरूरी है अन्यथा कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.


बड़े हादसे का इंतजार कर रहा जिला प्रशासन
रामगढ़ जहां विशाल भूभाग में फैला है, लेकिन वहां फायर बिर्गेट ना होने के चलते प्रशासन मौके पर पहुंचने के बावजूद लाचार ही नजर जाता है और आगजनी पर काबू पाने के लिए उन्हें सामान्य साधनों का ही प्रयोग करना पड़ता है. जैसलमेर शहर से 60 किलोमीटर दूर तनोट रोड पर बसा रामगढ़ जहां सुदूर होने के चलते यदि कोई भीषण आगजनी हो भी जाती है तो ऐसे में वहां दमकल के अभाव के चलते प्रशासन मूकदर्शक होने के अलावा कुछ भी नहीं कर सकता.


वहीं स्थानीय नेताओं का भी यह कहना है कि कई बार इसको लेकर जिला प्रशासन को कहा भी गया है लेकिन समस्या जस की तस है, जिसके चलते आए दिन आगजनी की वारदातें होने पर साधनों के अभाव में हम लाचार ही नजर आते हैं.


Reporter- Shankar Dan