राजस्थान का अनूठा शिव मंदिर, जहां आप एक साथ कर सकते 108 शिवलिंग के दर्शन
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राजस्थान का अनूठा शिव मंदिर, जहां आप एक साथ कर सकते 108 शिवलिंग के दर्शन

Jhunjhunu News: राजस्थान के झुंझुनू के डूंडलोद कस्बे के हीरानाथ शिव धाम में स्थित शिव मंदिर प्रदेश का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां 108 शिवलिंग के एक साथ दर्शन होते हैं.

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Rajasthan News: झुंझुनू के डूंडलोद कस्बे के हीरानाथ शिव धाम में स्थित शिव मंदिर प्रदेश का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां 108 शिवलिंग के एक साथ दर्शन होते हैं. इसे रामेश्वरधाम की तर्ज पर बनाया गया है. यहां पर मुख्य शिवलिंग करीब साढ़े 3 फीट ऊंचा है, जबकि उसके चारों तरफ बने 108 शिवलिंग 11 इंच के हैं. यह सभी शिवलिंग इस तरह से बनाए गए हैं, जैसे मुख्य शिवलिंग की परिक्रमा करने पर सभी 108 शिवलिंग की स्वत: ही परिक्रमा हो जाती है. 

सावन मास में विशेष कार्यक्रम का आयोजन
आश्रम के महंत जीतनाथ महाराज ने बताया कि हर साल सावन मास में विशेष कार्यक्रम होता है. इसकी शुरुआत भगवान शिव को रामायण पाठ सुना कर की जाती है. महंत जीतनाथ महाराज ने बताया कि डूंडलोद में हीरानाथ शिव धाम आश्रम की स्थापना संत हीरानाथ जी महाराज ने 1982 में की थी. वर्ष 1982 में मंदिर परिसर में केवल एक छोटी सी कुटिया थी. हीरानाथ जी इस छोटी सी कुटिया में रहते थे. इस दौरान उन्होंने एक छोटे से शिवलिंग की स्थापना की, जिसके बाद उनके मन में आया कि यहां पर एक बड़ा शिव मंदिर बने और यहां के लोग मंदिर में पूजा-अर्चना करे व मंदिर की अलग से विशेष पहचान बनाई जाए. 

वर्ष 2012 में शिव मंदिर की रखी गई नींव 
महंत जीतनाथ महाराज ने बताया कि वर्ष 2012 में शिव मंदिर की नींव रख दी गई. वर्ष 2016 में हीरानाथजी महाराज शिवलोकगमन हो गए. जसनाथ महाराज अपने गुरू हीरानाथ जी से किया गया वादा पूरा करने के लिए जुट गए और दिन- रात भाग दौड़ की. इसके बाद 2018 में उनका संकल्प पूरा हो गया. मंदिर में 108 शिवलिंग विराजित कर दिए. वर्तमान में महंत जीतनाथ महाराज के सानिध्य में यहां पर धार्मिक कार्यक्रम हो रहे है. बताया जाता हैं कि भगवान शंकर नाथ संप्रदाय के आराध्य हैं. उन्हीं की पूजा करते हैं. यहां पर श्रावण मास में महारूद्राभिषेक होता है, कावड़ यात्रा का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा गुरु पूर्णिमा, हीरानाथ जी की बरसी, महाशिवरात्रि, व शरद पूर्णिमा पर बड़े आयोजन होते हैं. 

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