जानें कौन हैं शहीद कैप्टन प्रमोद लाल, क्या है राष्टीय पर्व से इनका खास कनेक्शन
Shaheed Captain Pramod Lal: 15 अगस्त और 26 जनवरी से झुंझुनू के शहीद कैप्टन प्रमोद लाल का खास कनेक्शन है, क्या आप जानते हैं, नहीं तो हम आपको बता दें कि देश के लिए शहीद होने वाले कैप्टन प्रमोद का जन्म 15 अगस्त 1969 को हुआ था, और 26 जनवरी 2002 में उनकी पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई थी. आज पूरा देश शहीदों के सम्मान में नतमस्तक है.
Shaheed Captain Pramod Lal: 15 अगस्त और 26 जनवरी से शहीद कैप्टन प्रमोद लाल का खास कनेक्शन है, दिनांक 15 अगस्त 1969 को जब हमारी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी लाल किले पर ध्वजारोहण कर रही थीं, उस वक्त झुंझूनू जिले में मेजर रंगलाल के घर प्रमोद लाल ने जन्म ले अपनी नाद देशवासियों के साथ मिलाई. प्रमोद लाल जयपुर के महाराजा कॉलेज से B.Sc. कर दिनांक 19 दिसम्बर 1992 को आर्टिलरी रेजीमेंट में कमीशन होकर जम्मू में पदस्थापित हुए. सन 1997 में प्रमोद लाल Helicopter Pilot बन आर्मी Aviation join कर Nasik में पदस्थापित हुए.
3 अक्टूबर 2001 को लेह लद्दाख में उनकी पोस्टिंग हुई. दिनांक 13 दिसंबर 2001 को जब हमारे संसद पर हमला हुआ उस समय जम्मू कश्मीर सीमा पर अतिरिक्त सेना की तैनाती बढ़ाई गयी और ''OPERATION PARAKKAM'' की घोषणा हुई. इस Operation में दिनांक 24 जनवरी 2002 को कैप्टेन प्रमोद लाल चीता हैलीकॉप्टर से लेह में सीमा पर दुश्मनों की टोही करते वक्त Helicopter crash में मात्र 35 वर्ष की आयु के अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारत मां के लिए शहीद हो गये.
26 जनवरी 2002 को शहीद का पार्थिव देह जयपुर पहुँचा, और उस दिन उन्हें पंचतत्वधीन किया गया. शहीद का जन्म 15 अगस्त को हुआ और 26 जनवरी को पंचतत्वाधीन किया गया. जैसे की शहीद कैप्टन प्रमोद लाल ने इस माटी में केवल देश की सेवा के लिये ही जन्म लिया हो. देश सेवा में दिए योगदान के लिए हम सब शहीद कैप्टन प्रमोद लाल को नमन करते हुए उनके परिवार के प्रति कृतज्ञता जताते हैं.
ये भी पढ़ें- चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर राजस्थान के इस NRI कारोबारी के ऐलान ने सरकारों को भी छोड़ा पीछे