करीब दो घंटे तक जाम के कारण वाहन चालकों को भी परेशानी हुई. तपती धूप में महिलाएं टस से मस नहीं हुई और अपने खाली मटकों को रखकर रोड को जाम रखा. सूचना पर सुलताना चौकी प्रभारी राजेश जांगिड़ पहुंचे. लेकिन महिलाएं नहीं मानी. इसके बाद सरपंच घीसाराम पहुंचे. जिन्होंने महिलाओं को समझाया और तीन दिन का समय मांगा.
Trending Photos
Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं के सुलताना में पीने के पानी की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. तीन दिन पहले सुलताना में हुए प्रदर्शन के बाद जलदाय विभाग अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई, तो एक बार फिर गांव की महिलाओं का गुस्सा फूट गया और बड़ी संख्या में महिलाओं ने सुलताना-किठाना रोड पर जाम लगा दिया.
करीब दो घंटे तक जाम के कारण वाहन चालकों को भी परेशानी हुई. तपती धूप में महिलाएं टस से मस नहीं हुई और अपने खाली मटकों को रखकर रोड को जाम रखा. सूचना पर सुलताना चौकी प्रभारी राजेश जांगिड़ पहुंचे. लेकिन महिलाएं नहीं मानी. इसके बाद सरपंच घीसाराम पहुंचे. जिन्होंने महिलाओं को समझाया और तीन दिन का समय मांगा.
उन्होंने बताया कि उनकी जलदाय विभाग के अधिकारियों से बात हुई है. जो भी लाइन की समस्या है. वो तीन दिन के अंदर ठीक हो जाएगी. इसके बाद पानी सप्लाई में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होगी. जिसके बाद करीब दो घंटे बाद महिलाओं ने जाम खोला. इस मौके पर महिलाओं ने कहा कि पिछले कई दिनों से उनके घरों में पानी नहीं आ रहा है. इसको लेकर सरपंच से लेकर जलदाय विभाग के आला अधिकारियों तक गुहार लगाई गई. मगर आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिला.
पेयजल संकट के चलते उन्हें 500 रूपए में टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है. अगर इस भीषण गर्मी में हालात और विकट हो गए हैं. 3 दिन पहले जलदाय विभाग कार्यालय पर हुए प्रदर्शन के बाद जलदाय विभाग के आला अधिकारियों ने आश्वस्त किया था कि पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करवाते हुए, उनकी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा. मगर ना तो पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त हुई ना ही वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर विभाग की ओर से टैंकरों से पानी सप्लाई की गई.
ये भी पढ़ें : NH 52 पर मिले शत विक्षत शव का मामला, परिजनों ने हैवानियत से भरा वीडियो किया शेयर