भूपेश आचार्य/बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले के किसान एक बार फिर मुश्किल में आ गए हैं. रबी सीजन की अच्छी उपज की आस लिए किसानों ने समय की शुरुआत के अनुसार खेत तैयार कर बीज बो दिया था. लेकिन नर्मदा नहर में पानी का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. नहर में पानी का इंतजार किसानों के लिए एक-एक दिन मुश्किल बनता जा रहा है.
किसानों की मानें तो जीरे की बुवाई का उचित समय 15 नवंबर के आसपास होता है,लेकिन नर्मदा नहर में अभी तक पानी नहीं पहुंच पाया है. जिससे धोरीमना क्षेत्र के किसान अपने खेतों को तैयार कर पानी का इंतजार करने को मजबूर हैं.
वहीं, सही समय पर बुवाई नहीं हो पाने की स्थिति में किसानों की उपज प्रभावित होगी. लेकिन नर्मदा नहर सिंचाई परियोजना के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. इलाका में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. नहर व माइनर सूखे पड़े हैं.
गौरतलब है कि सीजन की शुरुआत से पहले संभागीय आयुक्त की मौजूदगी में रामजी का गोल में डिग्गी अध्यक्षों के साथ बैठक हुई थी. उस समय बैठक में संभागीय आयुक्त ने वादा किया था कि किसानों को सही समय पर पानी पहुंच जाएगा. जिसकी उम्मीद को लेकर किसानों ने कर्ज लेकर समय पर खेत तैयार कर बुआई तक कर दी.
वहीं, दूसरी ओर किसानों को बुआई के बाद पानी मिलने की आस थी, लेकिन तमाम वादों के बाद भी कसानों को अब तक पानी नहीं मिल पाया है. वहीं, पानी नहीं मिलने से उपज पर असर होगा. जिसके कारण अब किसान जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसानों का कहना है कि उनके साथ धोखा हो रहा है. किसानों ने टेल तक पानी पहुंचाने की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि उनके हक का पूरा पानी मिलना चाहिए. अगर हमें पानी नहीं मिला तो किसान सड़को पर उतर कर आंदोलन करंगे.