'भीनमाल मांगे नर्मदा नीर आंदोलन' जारी, 45 दिन से धरने पर बैठे हैं लोग
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'भीनमाल मांगे नर्मदा नीर आंदोलन' जारी, 45 दिन से धरने पर बैठे हैं लोग

राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल में नर्मदा संघर्ष समिति के आह्वान पर SDM कार्यालय के बाहर 45 दिनों से आंदोलन जारी है. 

'भीनमाल मांगे नर्मदा नीर आंदोलन' जारी,  45 दिन से धरने पर बैठे हैं लोग

Jalore: राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल में नर्मदा संघर्ष समिति के आह्वान पर SDM कार्यालय के बाहर 45 दिनों से आंदोलन जारी है. 45 दिनों से चल रहे भीनमाल मांगे नर्मदा नीर आंदोलन को शहर सहित ग्रामीणों क्षेत्र के लोगों का भी समर्थन मिल रहा है.

यहां पर रोजाना अलग-अलग लोग अनशन पर बैठे रहे हैं, इसके अलावा आंदोलन में ग्रामवासियों और शहरवासियों में सरकार व प्रशासन के ढीले रवैये के चलते अब आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है. पानी उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर जब आंदोलनकारी उपखंड कार्यालय ज्ञापन देने पहुंचे तो उपखण्ड अधिकारी किसी कार्य में व्यस्त होने पर ज्ञापन लेने के लिए नहीं पहुंचे.

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जिस पर आक्रोशित ग्रामीणों और महिलाओं ने नारेबाजी कर प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाने शुरू कर दिए. आक्रोश बढ़ता देख उपखण्ड अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे और फिर ग्रामीण उपखण्ड कार्यालय के बाहर ज्ञापन लेने के लिए आने पर अड़े रहें , जिसके बाद उपखण्ड अधिकारी ने बाहर आकर ज्ञापन लिया तो आक्रोशित लोग शांत हुए. 

आपको बता दें की भीनमाल में 45 दिन से ईआर प्रोजेक्ट के तहत शहर व ग्रामीण क्षेत्र में नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर नर्मदा संघर्ष समिति की ओर से उपखंड कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चल रहा है. धरना प्रदर्शन में शहरवासियों सहित आस-पास के गांव के लोग भी समर्थन कर रहे हैं.

यहां पर प्रत्येक दिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर ईआर प्रोजेक्ट के तहत भीनमाल शहर व ग्रामीण क्षेत्र में नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाने की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं होने पर अब नर्मदा संघर्ष समिति द्वारा मटका फोड़, ढोल नगाड़े बजाकर राज्य सरकार और प्रशासन को नींद में से जगाने की रणनीति बनाई जा चुकी है.

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अगर इसके बावजूद राज्य सरकार और प्रशासन द्वारा नर्मदा पानी को लेकर कोई कार्य मे प्रगति नहीं होती है तो 28 सितंबर को भीनमाल विधानसभा क्षेत्र में चक्का जाम करने की चेतावनी दी है. ईआर प्रोजेक्ट के तहत भीनमाल शहर को 2016 में पानी मिलना था, लेकिन पांच साल अधिक समय गुजरने के बाद भी शहर को नर्मदा का पानी नसीब नहीं हो पाया है.

ऐसे में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के बाशिन्दों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. क्षेत्र में पेयजल के लिए हांहांकार मचा हुआ है. नर्मदा के ईआर प्रोजेक्ट को लेकर सरकार व प्रशासन उदासीन बना हुआ है. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी राज्य सरकार ओर प्रशासन द्वारा भीनमाल शहरवासियों समेत गावो में कब तक नर्मदा का पानी नसीब होता है.

Report-Bablu Meena

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