सरकार के एक आदेश से चिकित्सा व्यवस्थाओं में हुआ बदलाव, पढ़िए पूरी खबर
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सरकार के एक आदेश से चिकित्सा व्यवस्थाओं में हुआ बदलाव, पढ़िए पूरी खबर

 राजस्थान राज्य सरकार के चिकित्सा मंत्री द्वारा पिछले दिनों चिकित्सा महकमे में डेपुटेशन व्यवस्था को समाप्त करने को लेकर निकाले गए आदेश की पालना स्वरूप जोधपुर में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. 

सरकार के एक आदेश से चिकित्सा व्यवस्थाओं में हुआ बदलाव, पढ़िए पूरी खबर

Jodhpur: राजस्थान राज्य सरकार के चिकित्सा मंत्री द्वारा पिछले दिनों चिकित्सा महकमे में डेपुटेशन व्यवस्था को समाप्त करने को लेकर निकाले गए आदेश की पालना स्वरूप जोधपुर में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. जोधपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार जोधपुर में तकरीबन ढाई सौ से 300 मेडिकल और नर्सिंग स्टाफ इस प्रक्रिया के तहत प्रभावित हो रहे है, जिसको लेकर जारी आदेशो की प्रभावी पालना भी की जा रही है. वहीं इस से वेक्सीनेशन और ड्रग्स स्टोरेज का काम भी प्रभावित होगा.

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राज्य सरकार के इस आदेश के बाद चिकित्सा महकमे के कार्मिकों में भी संशय की स्थिति है. वहीं आमजन भी इस फरमान के बाद अपने आसपास की चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर चिंता ग्रस्त है. डेपुटेशन को निरस्त किए जाने के आदेश को लेकर अब चिकित्साकर्मी कार्यमुक्त होने लगे है. डॉक्टर, नर्सेज सहित सैंकड़ों स्वास्थ्य कर्मी कार्यमुक्त हुए है. 24 तारीख तक सभी जगह लगे कार्मिक अपने मूल स्थान पर आ जाएंगे. इससे, कई चिकित्सा संस्थान पर ताले लगने की नौबत आ जाएगी.

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मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि जब तक मूल पद पर स्थाई कर्मचारी और अस्थाई पद सृजित नहीं होता तब तक इस तरह की समस्याएं बनी रहेगी. इस आदेश से जोधपुर में वैक्सीनेशन और दवाई वैक्सीन भंडारण मैं लगे संविदा कर्मी और अस्थाई कर्मचारियो को भी हटाने से यह काम प्रभावित होने का अंदेशा है. सीएमएचओ के अनुसार संपूर्ण घटनाक्रम को जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को अवगत कराया गया है, जिससे कि वैकल्पिक व्यवस्थाओं मैं बिना बदलाव किए सुचारू कार्य निर्वहन हो सके और आमजन को परेशानी से बचाया जा सके.

एक अनुमान के मुताबिक जोधपुर में तकरीबन 300 कर्मचारी अधिकारी चिकित्सक प्रभावित होंगे. कई डिस्पेंसरी, सीएचसी में लगे अस्थाई कर्मचारियों को मूल विभाग में भेजे जाने पर ताले लगने जैसी स्थिति होगी. इसको लेकर सरकार को भी अवगत कराया गया है और वह वैकल्पिक प्रबंधों पर भी विचार किया जा रहा है. एक और जहां कोविड-19 को लेकर समूचे राजस्थान की मैनेजमेंट और चिकित्सा व्यवस्था की सराहना हुई थी हुई वहीं आनन-फानन में जारी किए सरकार के इस आदेश से इतना जरूर है कि चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित होगी, जिसका असर आम जनता पर पड़ेगा.

Reporter: Arun Harsh

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