समाज के लिए मिसाल हैं सेखाला के प्रधान रावल राम सुथार, काम जानकर आप भी करेंगे सलाम
Advertisement

समाज के लिए मिसाल हैं सेखाला के प्रधान रावल राम सुथार, काम जानकर आप भी करेंगे सलाम

66 वर्षीय वयोवृद्ध प्रधान रावल राम सुथार कहते हैं कि क्षेत्र के विकास और जनता की सेवा में कोई उम्र मायने नहीं रखती. 

सेखाला के प्रधान रावल राम सुथार.

Jodhpur: बालेसर उपखंड क्षेत्र की पंचायत समिति सेखाला के नवनिर्वाचित प्रधान रावलराम सुथार (Rawalram Suthar) पांचवी तक शिक्षित होने के बावजूद भी क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय विद्यालय खुलवाने और गांव-गांव, ढाणी-ढाणी बुनियादी सुविधाओं को जोड़ने का सपना संजोए हुए हैं.

यह भी पढ़ेंः Rajasthan Power Crisis: बिजली संकट के बीच जिम्मेदारी भूले अफसर, खाली चेंबर में चल रहा AC

66 वर्षीय वयोवृद्ध प्रधान रावल राम सुथार कहते हैं कि क्षेत्र के विकास और जनता की सेवा में कोई उम्र मायने नहीं रखती. वह आज भी युवाओं की तरह स्पूर्ति के साथ हर समय आम जनता की सेवा में जज्बा रखते हैं. साथ हीं,  फुर्सत के क्षण में अपने पूर्वजों की देन और परंपरागत लकड़ी के फर्नीचर बनाने और प्रसिद्ध वाद्य यंत्र वीणा बनाने और भजन भाव करते हैं. प्रधान सुथार कहते हैं कि हर व्यक्ति को फालतू में नहीं बैठना चाहिए ,अपने हुनर और कला का प्रदर्शन करना चाहिए. 

40 वर्षों से कांग्रेस के सदस्य
सेखाला के प्रधान रावल राम सुथार ग्राम पंचायत केतु मदा से अलग होकर नवीन ग्राम पंचायत जवाहर नगर के राजस्व ग्राम फतेहनगर कक्षा पांचवी तक शिक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्होंने अपने परंपरागत व्यवसाय लकड़ी के फर्नीचर बनाना और प्रसिद्ध वाद्य यंत्र वीणा बनाने का कार्य किया. अब इनका कार्य उनके पुत्र संभाल रहे हैं. बेंगलुरु , पुणे एवं जोधपुर में लकड़ी का व्यवसाय करते हैं लेकिन रावल राम सुथार को प्रधान बनने का कोई अहंकार नहीं है. वह आज भी फुर्सत के क्षण में अपने परंपरागत व्यवसाय को महत्व देते हैं. वह पिछले 40 वर्षों से कांग्रेस (Congress) के सदस्य हैं और दो बार वार्ड पंच रह चुके हैं. 

यह भी पढ़ेंः सेना के 6 जवानों को भेजा गया जेल, पिता-पुत्र को टक्कर मारने के बाद झाड़ियों में फेंके थे शव

विश्वकर्मा मंदिर सहित कई मंदिरों की कमेटियों में सदस्य रहे हैं. भामाशाह के रूप में भी कई मंदिरों और सार्वजनिक कार्यों में अपना सहयोग देते हैं. यह पंचायत समिति के दूसरे और ओबीसी वर्ग से प्रधान हैं. प्रधान बताते हैं कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह 1 दिन समिति के सबसे बड़े पद पर पहुंचेंगे. उनके 40 साल पार्टी के प्रति निष्ठा और समर्पण की भावना के चलते क्षेत्रीय विधायक मीना कंवर राठौड़ (Meena Kanwar Rathod), पीसीसी (PCC) सदस्य उमेद सिंह राठौड़ और उनके राजनीतिक सलाहकार जब्बर सिंह गोगादेव और जगमाल सिंह गोगादेव की प्रेरणा से आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं. 

हर गावं बिजली और पानी सुविधा 
प्रधान रावलराम सुथार ने बताया कि सबसे पहले गांव-गांव शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विद्यालयों में रिक्त पदों को भरवाएंगे और केंद्रीय विद्यालय खुलवाने का प्रयास करेंगे. साथ में अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति के घर तक बुनियादी सुविधाओं को दिलाना, गांव-गांव, ढाणी-ढाणी पानी और बिजली की सुविधा करवाना, राजस्व गांवों को सड़कों से जोड़ना, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देना और  युवाओं के खेलने के लिए स्टेडियम का निर्माण करवाना प्राथमिकता रहेगी.

Trending news