करौली: उदासीनता के चलते मातृ शिशु इकाई अस्पताल की सड़क हुई बदहाल, जानें कब मिलेगी राहत
करौली शहर मे जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भले ही विकास को लेकर अपने दावे करते रहे हो, लेकिन असल मे यहा मूलभूत सुविधाए भी पूरी नही हो पा रही है.
Karauli: राजस्थान के करौली शहर मे जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भले ही विकास को लेकर अपने दावे करते रहे हो, लेकिन असल मे यहा मूलभूत सुविधाए भी पूरी नही हो पा रही है. शहर मे सडक के बदहाल स्थिति के कारण एक ओर यहा आने वाले यात्रीयों को परेशानी का सामना करना पड़ता है तो दूसरी ओर शहरवासी भी इससे कम परेशान नहीं है, लेकिन लाख प्रयास के बावजूद भी स्थिति जस की तस है. हालांकि मार्ग के निर्माण को लेकर मामला न्यायालय मे विचाराधीन है, जिसके चलते मार्ग पर स्टे लगा है, लेकिन अस्पताल तक जाने वाले बदहाल सड़क मार्ग के कारण यहां जाने वाले मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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हालांकि एनएच 11 बी धौलपुर से लालसोट वाया करौली के कारण करौली की सूरत वदली है, लेकिन करौली के मंडरायल रोड स्थित नए अस्पताल भवन के मार्ग को अभी भी ग्रहण लगा हुआ है और यहां का सड़क मार्ग बदहाल है. ऐसे में शहरवासी और मरीज भी इससे परेशान है, लेकिन कई वार शिकायतों के बाबजूद इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मंडरायल रोड पर करीब चार साल पहले पुराने असपताल भवन मातृ शिशु इकाई शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन अभी तक यहा ना रोड लाईट की व्यवस्था है और सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे लोगों और मरीजों की परेशानी का करण वने हुए हैं.
आबादी से दूर अस्पताल भवन पहाडियों और सुनसान इलाके में वनाया गया है, जिससे कारण रात होते ही जंगली जानवरो और खराब सड़क पर दुर्घटनाओं का लगातार भय वना रहता है, लेकिन इसको लेकर शहरवासियों की ओर से कई वार शिकायत की गई, लेकिन नतीजा सिर्फ शून्य रहा. मंडरायल की ओर जाने वाला सड़क मार्ग इस कदर बदहाल है कि आने जाने वाले सामान्य लोगों को तो परेशानी होती है, साथ ही प्रसव के लिए अस्पताल जाने वाली गर्भवती महिलाऐं भी सुरक्षित नहीं पहुंच पाती है. क्षतिग्रस्त सड़क पर गहरे गड्ढों के अलावा रोशनी का भी कोई प्रबंध नहीं है, जिससे दुर्घटनाओं के साथ लूटपाट आदि होना आए दिन की बात हो गई है.
इस मार्ग पर शहर से करीब आठ किलोमीटर दूर सामान्य चिकित्सालय की यूनिट और मातृ शिशु ईकाई स्थित है, जिससे आने वाले जाने मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है. करीब 12 वर्ष पूर्व बनी सड़क इन दिनों पूरी तरह क्षतिग्रस्त है, जिस पर सुरक्षित निकलना बेहद मुश्किल है. कई बार तो प्रसव के लिए अस्पताल जानी वाली महिलाओं का प्रसव सड़क पर बने गड्ढों के कारण रास्ते में वाहन में ही हो जाता है. ऐसे में उसे होने वाले कष्ट और परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है. हालांकि सड़क निर्माण में हो रही देरी का कारण न्यायालय में मामला विचाराधीन होना है. सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता राजवीर सिंह ने बताया कि पूर्व में सड़क निर्माण के लिए टेंडर जारी किए गए और संवेदक द्वारा इसका कार्य चालू किया गया, लेकिन संवेदक द्वारा बीच में काम छोड़ दिया गया और मामले को लेकर न्यायालय में याचिका लगा दी, जिसके चलते न्यायालय द्वारा मार्ग पर स्टे लगा दिया गया.
साथ ही अब सड़क निर्माण के कार्य में देरी हो रही है. सड़क को रिपेयर भी नहीं किया जा सकता है, जिसके चलते परेशानी जस की तस बनी हुई है. उन्होंने कहा कि नई सड़क मार्ग को लेकर वित्तीय स्वीकृति मिल गई है. न्यायालय के आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी. करौली से मंडरायल की ओर जाने वाले इस प्रमुख सड़क मार्ग पर अस्पताल के अलावा पुलिस लाईन, आयुर्वेद भवन, परिवहन कार्यालय, कारागृह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, दवा भंडार केन्द्र जैसे सरकारी कार्यालय है, जिससे दिन रात लोगों का आना जाना रहता है, लेकिन बाबजूद इसके इस दिशा मे कोई सुधार नहीं किया गया तो वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधियो से भी इसकी कई बार शिकायत करने के बाबजूद कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई, जिससे यह परेशानी जस की तस वनी हुई है और लोग इसका सामना करने को मजबूर है. सड़क मार्ग को लेकर मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन जनहित से जुड़ी इस परेशानी को देखते हुए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इसकी पैरवी करनी चाहिए.
Reporter: Ashish Chaturvedi
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