ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए 16 को होगी किसान महापंचायत, बड़े स्तर पर हो रहीं तैयारियां
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ERCP को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए 16 को होगी किसान महापंचायत, बड़े स्तर पर हो रहीं तैयारियां

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (इआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए पूर्वी राजस्थान के किसान रविवार को संघर्ष का बिगुल बजाएंगे. इसके लिए टोडाभीम के महस्वा- नांगल पहाड़ी के पास स्थित प्रसिद्ध आस्थाधाम कुठीला वाले हनुमान मंदिर मैदान पर सोमवार को सुबह 11 बजे किसान महापंचायत बुलाई गई है.

16 होगी किसान महापंचायत, बड़े स्तर पर हो रहीं तैयारियां.

हिण्डौन सिटी: पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (इआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाने के लिए पूर्वी राजस्थान के किसान रविवार को संघर्ष का बिगुल बजाएंगे. इसके लिए टोडाभीम के महस्वा- नांगल पहाड़ी के पास स्थित प्रसिद्ध आस्थाधाम कुठीला वाले हनुमान मंदिर मैदान पर सोमवार को सुबह 11 बजे किसान महापंचायत बुलाई गई है. इस महापंचायत में पूर्वी राजस्थान के प्रमुख किसान और ग्रामीण पटेल हजारों की संख्या में भाग लेंगे.

पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान संघर्ष समिति के आव्हान पर आयोजित हो रही इस महापंचायत की व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई हैं. गौरतलब है कि इस महापंचायत से पहले 11 मई को क्षेत्र के महिला- पुरुष किसान सैकड़ों की संख्या में मंडरायल की चंबल नदी पर एकत्र हुए और पूजा अर्चना के साथ चंबल मैया की महाआरती की. 

 राजस्थान में चंबल नदी की पूजा अर्चना के साथ महाआरती के पहली बार हुए इस कार्यक्रम में किसानों ने इआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना के लिए शंखनाद किया. चंबल के पानी के 101 कलश भरे, जिन्हें महापंचायत के बाद प्रधानमंत्री सहित अन्य प्रमुख नेताओं को भेंट किया जाएगा. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना किसान संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास मीना ने बताया कि उत्तरी- पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के किसान प्रतिनिधियों और ग्रामीण पटेलों को महापंचायत में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है. उन्होंने बताया कि यह किसान महापंचायत निखालिस रूप से गैर राजनीतिक है.

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इस महापंचायत के माध्यम से इआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की केंद्र सरकार से पुरजोर ढंग से मांग की जाएगी. महापंचायत की सफलता के लिए एक दिन पहले रविवार को क्षेत्र के कई गांवों में जनसंपर्क किया गया.

इस दौरान प्रदेश संयोजक अमरसिंह नीमरोठ और प्रदेश महामंत्री भरत सिंह डागुर ने बताया कि महापंचायत के माध्यम से किसानों को ईआरसीपी के प्रति जागरूक भी किया जाएगा. कुठीला हनुमान मंदिर के बाद पूर्वी राजस्थान के अन्य 13 जिलों में भी महापंचायत आयोजित होंगी.इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता गिरीश अलीपुरा, प्रदेश मीडिया प्रभारी दीनदयाल सारस्वत व समिति के देवन्द्र खटाना भी मौजूद थे.

रिपोर्टर- आशीष चतुर्वेदी

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