झालावाड़ (Jhalawar News) के पिड़ावा में पुलिस प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक जनवरी को पिड़ावा की रहने वाली 55 वर्षीय हसीना पर जमीन की रंजिश में उनके जेठ के बेटे अनीस ने हमला (Jhalawar Crime) कर दिया.
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झालावाड़: राजस्थान में झालावाड़ (Jhalawar News) के पिड़ावा में पुलिस प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक जनवरी को पिड़ावा की रहने वाली 55 वर्षीय हसीना पर जमीन की रंजिश में उनके जेठ के बेटे अनीस ने हमला (Jhalawar Crime) कर दिया. मारपीट में हसीना बुरी तरह घायल हो गई. दोनों पैर और एक हाथ की उंगलियां टूट गई, और शरीर के बाकी जगहों पर भी धारदार हथियारों के घाव हैं, लेकिन जितना संगीन ये मामला था, उतना ही पुलिस (Jhalawar Police) ने इस मामले में दरियादिली दिखाई. पुलिस ने दो दिन बाद आरोपी अनीस को 107, 151 शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार कर एसडीएम के सामने पेश कर दिया, जहां से अनीस को 50 हजार के जमानती मुचलके पर तुरंत छोड़ दिया गया.
मारपीट के पीछे की इनसाइड स्टोरी
पीड़िता के पति हाफिज रफीक का अपने बड़े भाई से पुराना झगड़ा
जमीन विवाद को लेकर दोनों भाईयों में तनाव
हसीना के जेठ के बेटे ने 1 जनवरी को जानलेवा हमला किया
घायल हसीना का झालावाड़ जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है
घटना (Rajasthan Crime) को लेकर पीड़ित महिला के बेटे नईम ने कहा कि उसकी मां पर हमला हुए 5 दिन हो गए हैं, लेकिन पिड़ावा पुलिस ने आरोपी को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ शांति भंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, जिसके बाद उसे कोर्ट से आसानी से जमानत मिल गई. आलम ये है कि आरोपी फिर से पीड़ित परिवार को धमकाने लगा है.
पूरे मामले की जानकारी ज़ी मीडिया ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश यादव को दी. जिस पर एएसपी ने पिड़ावा पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. एएसपी ने कहा की पीड़ित पक्ष को पूरी तरह न्याय मिलेगा और घायल महिला के बयान के बाद उचित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन सवाल ये है कि पिड़ावा पुलिस की ओर से जानलेवा हमले के आरोपी पर शांति भंग की धाराओं में कार्रवाई करना कितना जायज है.
REPORTER...महेश परिहार
WRITTEN BY...अवनीश मिश्रा
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