कोटा: बीएलओ (BLO) संघर्ष समिति अध्यक्ष बनवारीलाल बैरवा ने बताया कि हाल ही में निर्वाचन विभाग ने मतदाता सूचियों के अपडेशन के लिए बीएलओ को डोर टू डोर सर्वे के लिए आदेश दिए हैं. क्षेत्र में 250 बीएलओ है,जिसमे से अधिकतर बीएलओ शिक्षक (BLO Teacher) हैं, जो अपने घर परिवार से अन्यत्र स्थानों पर पदस्थापित है. इस आदेशों के बाद से शिक्षकों में काफी आक्रोश है.
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Ranganjmandi News: कोटा जिले की रामगंजमंडी उपखंड के शिक्षकों द्वारा मंगलवार को उपखंड कार्यालय पर प्रदर्शन कर निर्वाचन विभाग के द्वारा मतदाता सूचियों के अपडेशन के लिए डोर टू डोर सर्वे करने के आदेशों को लेकर विरोध जाहिर किया. साथ ही समर वेकेशन में ड्यूटी लगाने का बहिष्कार करते हुए बीएलओ पोस्ट को हटाने की मांग की गई.
जिसको लेकर सभी ने एसडीएम कार्यवाहक तहसीलदार नीरज रावत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया. साथ ही कार्य बहिष्कार के लिए उपखंड कार्यालय के सामने बैठक कर आगामी रणनीति बनाई गई. जिसमे क्षेत्र के 250 बीएलओ में से 100 से अधिक बीएलओ शिक्षक मौजूद रहे.
अध्यापकों का कहना है कि ग्रीष्मावकाश में अध्यापक को सर्वे के लिए लगाना उचित नहीं है. इसे लेकर सभी अध्यापक विरोध कर रहे हैं और आदेश को वापस लेने की मांग रखी है.
बीएलओ संघर्ष समिति अध्यक्ष बनवारीलाल बैरवा ने बताया कि हाल ही में निर्वाचन विभाग ने मतदाता सूचियों के अपडेशन के लिए बीएलओ को डोर टू डोर सर्वे के लिए आदेश दिए हैं. क्षेत्र में 250 बीएलओ है,जिसमे से अधिकतर बीएलओ शिक्षक हैं, जो अपने घर परिवार से अन्यत्र स्थानों पर पदस्थापित है. इस आदेशों के बाद से शिक्षकों में काफी आक्रोश है.
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अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षक ग्रीष्मकालीन अवकाश में ही अपने परिवार के साथ रहकर परिवार सामाजिक दायित्व का निर्वहन करता है, लेकिन ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों को मतदाता सूचियों के अपडेशन में लगाना उनके साथ अन्याय करना होगा. इसे लेकर सभी शिक्षक उपखंड कार्यालय पर पहुंचे और अपना विरोध जाहिर किया.
वहीं पार्क में बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार ने मांगे पूरी नहीं कि तो उग्र आंदोलन का रुक अपनाया जाएगा. ज्ञापन के जरिए शिक्षकों को बीएलओ कार्य से मुक्त करने की मांग की गई है.