Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजस्थान में इंटर करने जा रही है. मणिपुर से शुरू हुई न्याय यात्रा की टाइमिंग को बहुत अहम माना जा रहा है. राजनीतिक जानकारों का मानना है, कि कांग्रेस इसके माध्यम से पूर्वी राजस्थान की तीन सीटों को साधने की जुगत में लगी हुई है. बता दें, कि सूबे में लगातार दो लोकसभा चुनावों में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी से करारी हार झेल रही है. ऐसे में राहुल गांधी की यह न्याय यात्रा बहुत अहम साबित हो सकती है.


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राहुल गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा धौलपुर जिले से राजस्थान में दाखिल हो गई. यात्रा की अगवानी करने के लिए पीसीसी चीफ गोविन्द डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा धौलपुर में मौजूद रहेंगे. बताया जा रहा है, कि प्रदेश में बीजेपी 25 सीटों को लगातार तीसरी बार जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतर रही है. तो वहीं, कांग्रेस का टारगेट राजस्थान की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपना प्रभाव छोड़ना और उन पर कब्जा करने का है. हालां, कि बीते साल विधानसभा में में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद लोकसभा में बहुत बड़ी रिकवरी की उम्मीद नहीं की जा सकती. 



संसदीय क्षेत्रों को भी साधने की कोशिश


मणिपुर से शुरू हुई कांग्रेस की न्याय यात्रा 25 फरवरी यानि रविवार को राजस्थान में प्रवेश करेगी. उत्तर प्रदेश के आगरा से होते हुए . इस न्याय यात्रा के जरिए कांग्रेस देश में जनता के बीच जा रही है तो लोकसभा चुनाव के पहले संसदीय क्षेत्रों को भी साधने की कोशिश कर रही है.



लोकसभा की तीन सीटों को साधेगी न्याय यात्रा


राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजस्थान में दो चरण में चलेगी. इसमें पहले चरण में धौलपुर से दाखिल होने के बाद यात्रा हालांकि वापस मध्य प्रदेश में चली जाएगी, लेकिन इससे पहले राजस्थान में तीन लोकसभा सीटों पर कांग्रेस का फोकस रहेगा. इन तीन लोकसभा सीटों में करौली-धौलपुर ज़िले की संयुक्त सीट के साथ ही भरतपुर और दौसा लोकसभा सीट भी शामिल हैं. पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में भले ही कांग्रेस के हाथ से सत्ता खिसक गई हो, लेकिन धौलपुर जिले में बीजेपी खाता तक नही खोल पाई थी. धौलपुर की 4 सीट में से 3 सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की थी. वहीं करौली जिले की 4 विधानसभा सीटों की बात करें तो यहां कांग्रेस और बीजेप ने आधी-आधी सीटें जीतीं.


अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की कोशिश रहेगी, कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए कांग्रेस पार्टी पूर्वी राजस्थान में अपना खोया जनाधार वापस हासिल कर सके. इस लिहाज से राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है.