Rajasthan Politics: राज्य सरकार का कुप्रबंधन चरमराई विद्युत व्यवस्था के लिए जिम्मेदार-हनुमान बेनीवाल
Rajasthan Politics: हनुमान बेनीवाल ने बिजली कटौती मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का कुप्रबंधन चरमराई विद्युत व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है.
Power cut in Rajasthan: राजस्थान में भीषण गर्मी के चलते लोगों का हाल बेहाल है. गर्मी की वजह से ज्यादातर लोग घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं. ऐसे में अघोषित बिजली कटौती (Power cut in Rajasthan) उनको और ज्यादा परेशान कर रही है. इसको लेकर RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal)का बड़ा बयान सामने आया है.
हनुमान बेनीवाल ने सीएम भजनलाल शर्मा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर टैग करते हुए लिखा, ''प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है, अघौषित बिजली कटौती और ट्रिपिंग तथा कम वोल्टेज से नागौर सहित पूरे प्रदेश की जनता परेशान है,राज्य सरकार का कुप्रबंधन चरमराई विद्युत व्यवस्था के लिए जिम्मेदार है! विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों की मोनोपॉली के कारण राज्य का पूरा विद्युत तंत्र फैल होता नजर आ रहा है ! मेरी मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp से अपील है ,आप अपने दायित्व और जिम्मेदारी को समझे तथा अविलंब विद्युत से जुड़ी समस्या का हल निकाले ताकि प्रदेश की जनता को इस भीषण गर्मी में कुछ राहत मिल सकें !@RajCMO''
राजस्थान के पूर्व सीएम ने भी बिजली कटौती को लेकर किया था ट्वीट
हाल ही में पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट करते हुए लिखा,''राजस्थान के सभी जिलों से अघोषित बिजली कटौती की शिकायतें आ रही हैं. इस गर्मी के मौसम में बिजली कटौती से जनता त्रस्त है. भाजपा के घोषणा पत्र में पेज संख्या 15 पर राजस्थान में 24 घंटे घरेलू बिजली का वादा किया गया था.CM श्री @BhajanlalBJP दावा करते हैं कि उन्होंने घोषणा पत्र के 45% वादे पूरे कर दिए परन्तु ये दावा पूरी तरह हवा हवाई साबित हो रहा है.मुख्यमंत्री जी को 6 महीने से जारी भारत भ्रमण छोड़कर प्रदेश की जनता की ओर देखना चाहिए जो इस गर्मी में बिजली कटौती से त्रस्त है.''
गौरतलब है कि राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच कुछ जिलों में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. सोलर, विंड, थर्मल के साथ ही खरीद से भी बिजली की डिमांड के अनुसार बिजली की उपलब्धता नहीं हो पा रही है. जिसके चलते अघोषित बिजली कटौती की जा रही है. पीक आवर्स में तो ज्यादा दाम देने के बावजूद भी बिजली नहीं मिल पा रही है. जिसके चलते गांवों में 2 से ज्यादा घंटों की बिजली कटौती की जा रही है. वहीं शहरी क्षेत्रों में डेढ़ घंटे तक बिजली काटी जा रही है. भीषण गर्मी से बिजली संकट गहरा गया है.